इंदौर: किशोर कुमार का जिक्र आते ही एक ऐसे हरफनमौला कलाकार की तस्वीर आंखों के सामने आ जाती है जिसने अदाकारी के साथ पार्श्वगायन में भी अपना लोहा मनवाया। खंडवा में जन्मा ये मस्तमौला कलाकार इंदौरी भी रहा है। यहीं क्रिश्चियन कॉलेज में पढ़ते हुए उनकी गायकी परवान चढ़ी और उन्होंने मायानगरी मुम्बई का रुख कर लिया।
फ़िल्म इंडस्ट्री में अपना अलग मुकाम हासिल करनेवाले किशोरकुमार की याद में क्रिश्चियन कॉलेज के उसी ब्रानसन हॉल में गीतों भरी महफ़िल सजाई गई जहाँ कभी वे खुद अपने साथियों के बीच गुनगुनाया करते थे।
संस्था म्यूजिकल रेनबो के बैनर तले सजाई गई इस संगीत संध्या में हर उस मूड के गीत पेश किए गए जिन्हें अपनी आवाज देकर किशोरकुमार ने यादगार बना दिया है। खास तौर पर पांच रुपैया बारा आना, मैं हूं झूम- झूम झुमरू बनकर, ये दिल न होता बेचारा, बेकरार ए दिल जैसे गीतों ने श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। किशोरकुमार के गाए इन गीतों को डॉ. अतुल गुलाटी, शंकर शर्मा, डॉ. संजय जैन, अल्पना आर्य और राज राजेश्वरी ने गाकर उन्हें संगीतमय श्रद्धांजलि अर्पित की।
सर्द मौसम में मस्तीभरे गीतों की ये बानगी लोगों के दिलो दिमाग को जरूर गर्माहट दे गई।
किशोरकुमार को संगीतमय श्रद्धांजलि
Last Updated: December 15, 2018 " 04:04 pm"
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