इंदौर : राजेंद्र नगर के जवाहर सभागृह में वेदमूर्ति धनंजय शास्त्री वैद्य के सान्निध्य में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के समापन पर विशाल शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल हुए । महिला , युवा,पुरुष और बच्चे सभी वर्गों से, शहर के कोने कोने से आए श्रद्धालु भागवत जी की इस शोभायात्रा में शामिल थे।
बग्गी में विराजमान थे श्रीमद शंकराचार्य के सुशिष्य, प्रकांड विद्वान, वेदमूर्ति धनंजय शास्त्री वैद्य । भागवत कथा के मुख्य यजमान विजय और सौ रत्ना सुपेकर और समस्त सुपेकर परिवार के सदस्य बारी बारी से अपने मस्तक पर श्रीमद भागवत ग्रंथ धारण करते चल रहे थे।
आगे पंक्ति बद्ध महिलाओं, युवाओं और पुरुषों की कतार थी जो सारे रास्ते भगवान श्रीकृष्ण की जय जयकार करते, भजन गाते और झूमते हुए चल रहे थे । उसके ठीक पहले महिलाओं की लेजिम नृत्य की टीम हाथों में लेजिम थामें विभिन्न प्रकार के नृत्य की प्रस्तुति दे रही थी। भजनों की धुन पर युवाओं के पैर स्वत: थिरक रहे थे । जोश, उत्साह, श्रद्धा, उल्लास का अदभूत नजारा शोभायात्रा में दिखाई दिया। डेढ़ से दो किलोमीटर लंबे मार्ग में जगह जगह पुष्पवर्षा कर, आरती उतारकर, रंगोली बनाकर भागवत ग्रंथ का और वेदमूर्ति धनंजय शास्त्री वैद्य का स्वागत किया गया । गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो, हरि ओम नमो नारायणा, राधे राधे जपो चले आएंगे बिहारी जैसे अनेक कृष्ण भक्ति रंग में रंगे हुए भजन सारे रास्ते गूंजते रहे और लोग इस पर थिरकते रहे।
8 दिनों से चल रही श्रीमद भागवत कथा का नौवें दिन विशाल शोभायात्रा के साथ समापन हुआ। बाद में वेदमूर्ति धनंजय शास्त्री को भावभीनी बिदाई दी गई ।