नई दिल्ली: राहुल गांधी के दो सीटों से चुनाव लड़ने की सियासी गलियारों में लगाई जा रही अटकलें सही साबित हुई हैं। रविवार को कांग्रेस की ओर से औपचारिक घोषणा की गई कि राहुल गांधी अमेठी के साथ केरल के वायनाड से भी लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। वायनाड कांग्रेस के लिए सुरक्षित सीट मानी जाती है, इसीलिए राहुल गांधी के लिए इस सीट का चयन किया गया है।
अमेठी से है हार का अंदेशा..।
राहुल गांधी को केरल की वायनाड जैसी सुरक्षित सीट से लड़ाने की बड़ी वजह उनकी अमेठी से स्थिति कमजोर होना भी है। 2014 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को कड़ी टक्कर दी थी। राहुल महज 1 लाख 7 हजार वोटों से जीते थे जबकि 2009 में उनकी जीत का अंतर 3 लाख 70 हजार वोटों का था। स्मृति ईरानी हारने के बाद भी अमेठी में सक्रिय रहीं। बीजेपी ने इस बार { 2019 } भी स्मृति को राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव मैदान में उतारा है। इसके चलते कांग्रेस के आला नेताओं को ये डर सता रहा है कि स्मृति ईरानी राहुल गांधी पर भारी न पड़ जाए। इसीलिए राहुल के लिए सुरक्षित सीट की तलाश की गई और अंततः केरल की वायनाड सीट को चुना गया। हालांकि प्रचारित ये किया जा रहा है कि दक्षिण भारत में कांग्रेस को मजबूती देने के लिए राहुल को केरल से लड़ाया जा रहा है पर हक़ीक़त यही है कि अमेठी में हार के डर से उन्हें ये कदम उठाने पर बाध्य होना पड़ा
ये है वायनाड सीट का समीकरण।
केरल की वायनाड सीट 1957 से ही कांग्रेस का मजबूत गढ़ रही है। हालांकि ये भी सच है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस यहां से सिर्फ 20 हजार 870 मतों से जीती थी जबकि 2009 में उसकी जीत का अंतर 1 लाख 53 हजार से अधिक था। यहां बीजेपी उतनी प्रभावी नहीं है फिर भी 2014 में उसके उम्मीदवार को 80 हजार से ज्यादा वोट मिले थे। कांग्रेस का मुख्य मुकाबला यहां एलडीएफ { सीपीएम } से है। राज्य में फिलहाल उसी की सरकार है। वायनाड लोकसभा सीट में 7 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 2011 कि जनगणना के अनुसार जिले की कुल आबादी 8 लाख 17 हजार है जिसमें पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं ज्यादा हैं। साक्षरता का प्रतिशत यहां 89 फीसदी है। वायनाड की कुल आबादी में 49.48 फीसदी हिन्दू हैं जबकि मुस्लिमों की जनसंख्या 28. 65 फीसदी है। ईसाइयों की आबादी 21.34 फीसदी बताई गई है। एससी- एसटी वोट भी यहां बड़ी तादाद में हैं जो जीत- हार में बड़ी भूमिका निभाते हैं। एसटी आबादी यहां 18.53 फीसदी और एससी 3.99 फीसदी है। कांग्रेस की नजर यहां के मुस्लिम- ईसाई और आदिवासी वोटों पर है जो राहुल गांधी की जीत सुनिश्चित करेंगे।
अमित शाह ने कसा तंज।
राहुल गांधी के अमेठी के अलावा केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ने की घोषणा ने बीजेपी को हमलावर होने का मौका दे दिया। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि वे अमेठी में हार के डर से केरल भाग रहे हैं। क्योंकि उन्हें पता है कि अमेठी में उनका हिसाब- किताब होना तय है