कैथोलिक समाज के तीन दिवसीय बाइबिल महोत्सव का समापन

  
Last Updated:  October 4, 2022 " 08:54 pm"

“मनुष्य का शरीर ईश्वर का मंदिर है।”-फादर थॉमस ओएफएम।

इंदौर : तीन दिवसीय बाइबिल महोत्सव का मंगलवार को समापन हुआ। तीसरे और अंतिम दिन महोत्सव की शुरुआत पवित्र रोजरी विनती माला के जाप के साथ हुई। बाद में मुख्य प्रवचनकर्ता फादर थॉमस ओएफएम ने अपने विचार रखे। अपने प्रवचन में उन्होंने कहा कि मनुष्य का शरीर ईश्वर का मंदिर है ,इसीलिए मनुष्य का शरीर पवित्र माना जाता है। ईश्वर ने मनुष्य को पवित्र शरीर उपहार के रूप में दिया है। मनुष्य का कर्तव्य है कि वह इस मंदिर रूपी शरीर को पवित्र बनाए रखें। मनुष्य को ना केवल अपने शरीर को बल्कि अपने परिवार को भी पवित्र बनाए रखना है। ईश्वर ने मनुष्य से प्रतिज्ञा की है कि- मैं दुनिया के अंत तक सभी शरीर धारियों पर अपना पवित्र आत्मा भेजता रहूंगा।

प्रवचन के बाद पवित्र मिस्सा शुरू हुई। आज की पवित्र मिस्सा आर्च बिशप लिओ कार्नेलिओ ने बिशप चाको, फादर थॉमस मैथ्यू, फादर आर थॉमस, फादर जयशिलास, और फादर संजय परास्ते की सहभागिता में अर्पित की।

ईश्वर की इच्छा अनुसार चलना है मनुष्य का जीवन।

अपने प्रवचन में आर्च बिशप लिओ कार्नेलिओ ने कहा, प्रत्येक मनुष्य एक विशेष उद्देश्य के लिए काम करता हैं। यदि हम ईश्वर को प्रेम करते हैं तो हमारा जीवन ईश्वर की इच्छा अनुसार चलना है। अधिकांश लोग तो सोचते हैं कि हमारा विश्वास दृढ़ है। पर परिस्थितियां बता देती है कि हमारा विश्वास कितना दृढ है। प्रत्येक मनुष्य को ईश्वर में विश्वास करते हुए एक दूसरे को प्रेम करना है, और शांति पूर्वक अपना जीवन बिताना है। प्रत्येक मनुष्य की आत्मा, इच्छाशक्ति और विश्वास में गहरा सम्बन्ध है। मनुष्य का विश्वास तभी गहरा होता है जब वह ईश्वर की इच्छानुसार हो। गहरे विश्वास के साथ साथ सेवा कार्य भी जरुरी है। और सेवा कार्य के लिए प्रार्थना करना ज़रूरी है। ठीक उसी प्रकार जैसे शरीर के लिए भोजन ज़रूरी है तो आत्मा के लिए ईश्वर के वचन रुपी भोजन की आवश्यकता है। यदि हम निरंतर प्रार्थना करते रहेंगे तो ईश्वर भी हमें निरंतर वरदान देते रहेंगे।

धार्मिक शिक्षा दे रही शिक्षिकाओं का सम्मान।

पवित्र मिस्सा के पश्चात् आर्च बिशप लिओ कार्नेलिओ द्वारा उन 18 शिक्षक- शिक्षिकाओं का सम्मान किया गया जो पिछले कई वर्षों से बच्चों को धार्मिक शिक्षा दे रहीं हैं।

दोपहर के सत्र में आराधना के साथ साथ चंगाई प्रार्थना भी हुई। फादर जोबी आनंद द्वारा धन्यवाद प्रेषित किया गया। उसके पश्चात् दो लघु फिल्मे- पहली फिल्म शहीद डॉ. ग्राहम स्टैन पर आधारित और दूसरी फिल्म वॉरपथ दिखाई गई। अंत में इंदौर के बिशप चाको ने विधिवत 11 वें त्रिदिवसीय बाइबिल महोत्सव के समापन की घोषणा की। इसी के साथ कैथोलिक समाज के 11 वें त्रिदिवसीय बाइबिल महोत्सव का समापन हुआ।

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