इंदौर : शत-प्रतिशत लोगों को कोरोना टीके का दूसरा डोज लगाने का महाअभियान अब जनआंदोलन बन गया है। समाज का हर वर्ग स्वेच्छा से आगे आकर इस अभियान में अपनी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित कर रहा है। इसी के तहत गुरुवार को रविन्द्र नाट्य गृह में इंदौर की महिला स्व सहायता समूहों की सदस्यों ने एकजुट होकर संकल्प लिया कि वे इस अभियान में सक्रिय सहभागिता दर्ज कराते हुए तब तक नहीं रूकेंगी जब तक हर एक पात्र व्यक्ति को कोरोना टीके का दूसरा डोज नहीं लग जाए। इस अवसर पर उपस्थित जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और कलेक्टर मनीष सिंह ने महिलाओं का जज्बा देखते हुए ऐलान किया कि टीकाकरण में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला सदस्यों को शासन स्तर पर पुरस्कृत किया जाएगा। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि जिले में निजी क्षेत्र के ऐसे कर्मचारी जो टीके का दूसरा डोज लगावाने के लिये केन्द्र पर जाएंगे, उन्हें आधे दिन का अवकाश दिया जाएगा। इसके लिए उन्हें टीकाकरण का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा।
रविन्द्र नाट्य गृह में संपन्न हुए महिला स्व सहायता समूहों के सदस्यों के सम्मेलन में राज्य आपदा प्रबंधन समिति के सदस्य डॉ. निशांत खरे, इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा, सहायता संस्था के अनिल भण्डारी, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल, अपर कलेक्टर पवन जैन और अभय बेडेकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री सिलावट ने कहा कि समाज को जागरूक करने में महिलाओं की अहम भूमिका है। सभी को टीके का दूसरा डोज लगे यह हमारी पहली प्राथमिकता है। इस प्राथमिकता को पूरा करने में महिलाएं संकल्पबद्ध होकर कार्य करें। महिलाओं ने जिस तरह जिले को टीके के पहले डोज में शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करने में मदद दी है, उसी तरह इस अभियान में भी सहयोग करें। जिले में 30 नवम्बर तक टीके के दूसरे डोज का शत-प्रतिशत लक्ष्य पूरा किया जाना है। उन्होंने कहा कि लोगों को प्रेरित करे कि टीके के दूसरे डोज से कोई ना छूटे। स्वयं टीका लगवाएं और दूसरों को भी टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि सर्वश्रेष्ठ कार्य करने वाली महिला स्व सहायता समूहों की सदस्यों को शासन स्तर से पुरस्कृत किया जाएगा।
कार्यक्रम में महिला स्व सहायता समूहों की पदाधिकारी रूपाली जैन, शिखा पाटीदार सहित अन्य महिलाओं ने टीकाकरण के लिए उनके द्वारा तैयार की गयी कार्ययोजना की जानकारी दी।