इंदौर : कोरोना का संक्रमण बीमारी नहीं महामारी है, जिसमें हम सबको साथ में मिलकर कार्य करने की जरूरत है। समाज में जिस प्रकार का नकारात्मक माहौल बना है, उसे सकारात्मक माहौल में बदलने की आवश्यकता है।मध्य प्रदेश सरकार व संगठन दोनों मिलकर इस बीमारी से लड़ने के जो भी उपाय हो सकते हैं, वो कर रहे हैं। फ्री टेस्टिंग का मामला हो, बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का मामला हो, रेमडेसीविर का मामला हो या ऑक्सीजन का मामला हो, सभी दिशाओं में पुरजोर तरीके से कार्य हो रहा है। बीजेपी के प्रदेश वार्ताकार जेपी मूलचंदानी ने बताया कि मध्य प्रदेश के सभी प्रवक्ताओं को वार्ताकारों से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ये बात कही। मूलचंदानी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा कि नए संक्रमित बड़ी संख्या में मिल रहे हैं पर उससे ज्यादा संख्या रिकवर होने वालों की है। लोग कोरोना से जीतकर स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं।
संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए है कोरोना कर्फ्यू।
कोरोना कर्फ्यू, संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए अत्यंत आवश्यक है। साथ ही होम आइसोलेशन भी बहुत जरूरी है, जिसमें दवाइयों का वितरण निशुल्क हो रहा है। पूरे प्रदेश में कोविड-सेंटर बनाए गए हैं जिसमें दवाइयां भोजन चाय नाश्ता सब निशुल्क है।
योग अभियान और काढ़ा वितरण।
योग से निरोग अभियान की शुरुआत मध्य प्रदेश सरकार करने जा रही है। कोविड केअर सेंटरों पर सुबह योग प्राणायाम करवाया जाएगा। मनोरंजन के साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे सेंटरों का माहौल खुशनुमा रहे। एक करोड़ लोगों को काढ़ा वितरण किया जाएगा प्रदेश के सभी लोग स्वस्थ रहें इसके लिए सरकार पूरा प्रयास कर रही है।
नकारात्मक बातें फैलाने वालों को दें सकारात्मक जवाब।
सीएम शिवराज ने प्रवक्ताओं और वार्ताकारों से कहा कि इस वक्त कुछ लोग समाज में नकारात्मक माहौल बना रहे हैं। हमें उनको जवाब रक्षात्मक होकर नहीं एग्रेसिव होकर आकड़ो के साथ देना है।
गांव में फैल रहा संक्रमण चिंता का विषय।
वर्तमान में चिंता का विषय यह भी है कि शहरों के साथ-साथ अब संक्रमण गांव में भी बड़ी तेजी से फैल रहा है। उसको लेकर पूरे प्रदेश में 19500 कोविड-सेंटर ग्रामीण इलाकों में बना रहे हैं, जहां पर नि:शुल्क जांच का प्रबंध होगा। संक्रमित व्यक्ति को दवाइयों की किट नि: शुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। इस वक्त प्रत्येक व्यक्ति मानसिक रूप से सुदृढ़ हो यह बेहद जरूरी है।
सुधर रही है ऑक्सीजन की स्थिति।
जहां तक ऑक्सीजन का सवाल है, निश्चित रूप से वह हमारे लिए चुनौती है परंतु हम सब मिलकर इस विकट परिस्थिति से उबर कर बाहर आएंगे। 1 अप्रैल को जहां हमें 180 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिल रही थी, वर्तमान में 405 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिल रही है। 30 अप्रैल तक यह मात्रा सात सौ 700 मीट्रिक टन हो जाएगी। ऑक्सीजन के साथ-साथ उसका ट्रांसपोर्टेशन भी बड़ी चुनौती है, जिसे देखते हुए हमने उसे एंबुलेंस का दर्जा दिया है। जिस प्रकार बीना में ऑक्सीजन थी परंतु ट्रांसपोर्टेशन की दिक्कत थी तो वहां पर 100 बिस्तर का हॉस्पिटल, ऑक्सीजन प्लांट के पास बनाया जा रहा है। प्रतिदिन लगभग 54538 टेस्टिंग हो रही है होम आइसोलेशन में लगभग 41200 मरीज हैं, जिनसे कोविड-सेटर के माध्यम से डॉक्टर्स रोज चर्चा करते हैं।
कोरोना कर्फ्यू, वैक्सीनेशन एवं योग से निरोग अभियान अत्यंत आवश्यक।
5 जिलों में जिसमें इंदौर, भोपाल, रीवा, और शहडोल शामिल है, वीपीएसए सिस्टम के ऑक्सीजन प्लांट बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक प्लांट 50 बेड को ऑक्सीजन सप्लाई करने में सक्षम होंगे। उसके बाद 8 जिलों में व तृतीय चरण में 13 जिलों में पीएसए मॉडल पर ऑक्सीजन प्लांट सरकार द्वारा लगाए जा रहे हैं जो जल्द चालू हो जाएंगे। जहां तक कोरोना वालेंटियर्स की बात है तो प्रदेश में एक लाख लोग जुड़े हैं जो विभिन्न सेवा कार्य में लगे हैं। मध्य प्रदेश सरकार ने बाहर से आ रहे श्रमिकों की टेस्टिंग व्यवस्था भी चालू कर दी है ग्रामीण इलाकों में लगभग 19500 कोविड सेटर चालू हो चुके हैं जिसमें 230706 बिस्तर की व्यवस्था की गई है। पंचायत स्तर पर पोर्टल शुरू कर चिकित्सा स्थिति की पूरी डिटेल डाली जा रही है।
युवा मोर्चा लगाएगा ब्लड, प्लाज्मा डोनेशन कैम्प।
युवा मोर्चा को ब्लड, प्लाज्मा डोनेशन कैंप प्रत्येक जिले में लगाने के लिए कहा गया है। भोपाल में एक नया प्रयोग शुरू करते हुए कोरोना सहायता केंद्र जो नगर निगम के माध्यम से होगा, जिसमें व्यक्ति की ऑक्सीजन टेस्ट कर यदि उसमें कुछ बीमारी आती है तो मुफ्त किट वहीं दी जाएगी। यह प्रयोग भोपाल में चालू होने के बाद यदि सफल होता है तो इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। चैन को किसी भी तरह रोकना है एवं तोड़ना है। इसके लिए सरकार, संगठन, पत्रकार बंधु,उद्योगपति, व्यापारी-सामाजिक संगठन सभी को आगे आना होगा। मुख्यमंत्री ने सभी से आग्रह किया है कि हम सब मिलकर दृढ़ता के साथ कार्य करें, निश्चित रूप से ईश्वर की कृपा से इस महामारी से हम सब बाहर निकल कर आएंगे।