इंदौर : बुधवार 15 जुलाई को कोरोना संक्रमण के मामलों में फिर उछाल आया। संक्रमण डर भी बढ़कर 5 फीसदी के ऊपर पहुंच गई।प्रशासन की लापरवाही के कारण हजारों सैम्पल पेंडिंग होने से ये आशंका भी बनी हुई है कि आनेवाले समय में संक्रमण के मामले और बढ़ सकते हैं। मृत्यु दर भी इंदौर में 5 फीसदी बरकरार है, जो राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।
136 मामलों में संक्रमण की पुष्टि..!
बुधवार के जो आंकड़े सीएमएचओ कार्यालय ने जारी किए हैं, उसके मुताबिक 2296 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए थे। कुछ पेंडिंग मामले मिलाकर कुल 2658 सैम्पलों की जांच की गई। 2517 सैम्पल निगेटिव और 136 पॉजिटिव पाए गए। 5 सैम्पल रिपीट पॉजिटिव मिले। आज दिनांक तक की बात करें तो 1लाख 11 हजार 138 सैम्पलों की जांच की गई, इनमें से 5632 सैम्पल्स की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। इनका औसत देखा जाए तो लगभग 6 फीसदी आता है।
2 और मरीजों की मौत की पुष्टि..
अप्रैल माह में कोरोना से हुई मौतों को छुपाने वाला प्रशासन अब जाकर उनकी पुष्टि कर रहा है। बुधवार को भी अप्रैल माह में दो मरीजों की मौत की पुष्टि की गई। इन्हें मिलाकर अभी तक कुल 280 मरीजों की मौत कोरोना से हो चुकी है। कुल पॉजिटिव मरीजों से इसका औसत 5 फीसदी बैठता है जबकि देश की मृत्यु दर इससे कम है।
362 पेंडिंग सैम्पलों की हुई टेस्टिंग, अभी भी 3700 से ज्यादा हैं पेंडिंग..?
बीते दो दिन से पेंडिंग सैम्पलों की टेस्टिंग में सुधार आया है पर जिस गति से टेस्टिंग होना चाहिए वो नही हो रही है। 13 जुलाई तक 4812 सैम्पल पेंडिंग थे। 14 जुलाई को 860 और बुधवार 15 जुलाई को 362 पेंडिंग सैम्पलों की जांच की गई। अर्थात दो दिन में 1222 पेंडिंग सैम्पलों का निपटारा किया गया। 4812 पेंडिंग मामलों में से इन्हें घटा दिया जाए तो भी 3790 सैम्पल अभी भी पेंडिंग हैं।
13 मरीजों ने कोरोना पर पाई विजय।
बुधवार को 13 मरीज कोरोना संक्रमण को मात देकर घर के लिए रवाना हुए। इन्हें मिलाकर आज दिनांक तक कुल 4087 मरीज कोरोना को शिकस्त दे चुके हैं।