इंदौर : कोरोना संक्रमण मामले में आंकड़ों की बाजीगरी की जा रही है, इसमें कोई संदेह नहीं है। खासकर कोरोना से होनेवाली मौतों को लेकर सच सामने नहीं लाया जा रहा है। हैरत की बात ये है कि लगभग पूरे जून माह में अपवादों को छोड़कर रोज मौत का आंकड़ा 4 बताया जाता रहा। अब उसे घटाकर 3 कर दिया गया है। हालांकि अभी भी मृत्यु दर के मामले में इंदौर राष्ट्रीय औसत से काफी आगे है। इंदौर की मृत्यु दर 5 फीसदी को छू रही है जबकि राष्ट्रीय मृत्यु करीब दर साढ़े तीन फीसदी है। इससे स्पष्ट है कि कोरोना से होने वाली मौतों पर लगाम कसने में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग विफल साबित हो रहे हैं।
25 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि।
मंगलवार 30 जून के जो आंकड़े सीएमएचओ कार्यालय से जारी हुए हैं, उनके मुताबिक 1217 सैम्पल जांच के लिए भेजे गए थे। पेंडिंग मिलाकर 1531 सैम्पलों की जांच की गई। 1497 सैम्पल निगेटिव पाए गए। 25 में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। 9 सैम्पल जांच योग्य नहीं होने से खारिज किए गए। आज दिनांक तक की बात करें तो कुल 86 हजार 235 सैम्पलों की जांच की गई है। 4734 सैम्पल पॉजिटिव पाए गए। इनमें से 75 फीसदी से ज्यादा ठीक हो गए हैं।
फिर 3 मरीजों ने तोड़ा दम।
मंगलवार को कोरोना से लड़ते हुए फिर 3 मरीजों ने अपनी जान गंवा दी। इन्हें मिलाकर अब तक कुल 232 मरीज कोरोना की भेंट चढ़ चुके हैं।
100 मरीजों ने कोरोना को दी शिकस्त।
मंगलवार को विभिन्न कोविड अस्पतालों से 100 मरीज कोरोना के चक्रव्यूह को तोड़कर बाहर निकल आए। अबतक 3552 मरीज कोरोना से निजात पाने में सफल रहे हैं। 950 का इलाज फिलहाल चल रहा है।