वर्ल्ड कैंसर डे के अवसर पर ज्ञानपुष्प संस्था ने की पहल।
इंदौर : ज्ञान पुष्प रिसर्च एंड चैरिटेबल फाउंडेशन समिति के कार्यकर्ताओं ने विश्व कैंसर दिवस पर खजराना मजदूर चौराहे पर जाकर उपस्थित मजदूरों को तंबाकू एवं धूम्रपान से होने वाले विभिन्न प्रकार के कैंसर के बारे में जानकारी प्रदान की।उनको बताया कि धूम्रपान एवं तंबाकू के सेवन से न केवल कैंसर होता है बल्कि यह विभिन्न प्रकार की बीमारियों को जन्म भी दे देता है।
कैंसर से प्रतिवर्ष 10 लाख लोगों की होती है मौत।
भारत में हर साल लगभग 10 लाख लोग विभिन्न प्रकार के कैंसर की बीमारी से मरते हैं। 2030 तक यह संख्या बढ़कर 13 लाख मौते होने का अनुमान है। कई कैंसर रोगियों और कैंसर से बचे लोगों में वे लोग शामिल हैं जो विकलांगता के साथ जीवन जीते हैं या कई प्रतिबंधों और सावधानियों के साथ जीवन जीते हैं। हालाँकि, 10% कैंसर आनुवंशिक होते हैं और दुनिया में 27% कैंसर से होने वाली मौतें सबसे अधिक रोके जा सकने वाले कारणों जैसे तम्बाकू और शराब के कारण होती है।
जागरूकता से रोके जा सकते हैं आधे कैंसर केस।
मजदूरों को बताया गया कि धूम्रपान 13 विभिन्न प्रकार के कैंसर, शराब 7 प्रकार और मोटापा 12 प्रकार के कैंसर का प्रमुख कारण है। ये कैंसर के सबसे बड़े और सबसे रोकथाम योग्य जोखिम कारक हैं। इनके बारे में जान सामान्य को जानकारी प्रदान कर लगभग 40-50% कैंसर को होने से रोका जा सकता है।
डॉक्टर सलिल भार्गव द्वारा स्थापित संस्था ज्ञान पुष्प बीते कई वर्षों से तंबाकू, धूम्रपान एवं टीबी रोग से संबंधित जागरूकता के कार्यक्रम करती आ रही है ताकि कई परिवारों को इन गंभीर बीमारियों से बचाया जा सके। वर्तमान में ज्ञानपुष्प इस दिशा में इंदौर शहर में विभिन्न स्थानों पर जागरूकता संबंधित कार्यक्रम कर रहा है जिससे कि तंबाकू एवं धूम्रपान से होने वाली विभिन्न बीमारियां एवं कैंसर को रोका जा सके और टीबी की बीमारी से होने वाली असमय मौतों को रोका जा सके ।