कक्षा 10वीं के छात्रों को पास कराने के लिए प्रश्नों के उत्तर बनाते हुए पकड़ा।
4 विभागों ने की संयुक्त कार्रवाई, 9 आरोपियों में 8 शिक्षक, एफआईआर दर्ज।
खरगोन : जिले के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र सिरवेल के परीक्षा केन्द्र पर नकल करवाने वाले बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है। यहां परीक्षा केन्द्र से कुछ ही दूरी पर सूने मकान में 8 अध्यापक,अतिथि शिक्षक, सहायक शिक्षक और एक अन्य व्यक्ति कक्षा 10वीं का सामाजिक विज्ञान का पेपर साल्व करते रंगे हाथ पकड़े गए।
बताया जाता है कि इस रैकेट की खबर खरगौन कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा के पास मुखबिर के जरिए पहुंची थी। कलेक्टर वर्मा ने नकल कराने वाले रैकेट को पकड़ने की योजना बनाई। इसके तहत जिला मुख्यालय से एसडीएम, शिक्षा अधिकारी और बीईओ रात में ही प्रायवेट वाहनों से गांव पहुंच गए। यहां उन्होंने रात गुजारी और सुबह परीक्षा के समय मौके पर जा पहुंचे। वहां 10 वी के पेपर में शिक्षक ही सामूहिक नकल करवाते पाए गए।
परीक्षा केंद्र के पास वाले मकान से ही चलता था नकल का खेल।
स्थानीय एसडीएम ओएन सिंह ने बताया कि प्लानिंग के अनुसार सोमवार रात में ही शिक्षा, जनजाति, राजस्व और पुलिस विभाग का अमला पहुँच गया था। मंगलवार को कक्षा 10 वी का सामाजिक विज्ञान के पेपर शुरू होने के बाद केंद्र पर हलचल शुरू हुई। परीक्षा केंद्र के पास के ही मकान में करीब 9 लोग उत्तर बनाते हुए पकड़े गए। इसमें 8 शिक्षक भी शामिल थे। जांच के दौान सभी के मोबाइल पर सामाजिक विज्ञान प्रश्न पत्र का लिया गया फोटो पाया गया। साथ ही उनके पास से 10 सामाजिक विज्ञान की गाइड, जिनके पन्ने फटे हुए पाए गए। इसके अलावा मकान के अंदर ही ओबजेक्टिव के प्रश्न कार्बन पेपर की सहायता से लिखते हुए पाए गए।
स्विफ्ट डिजायर से आकर साल्व कराते थे।
अधिकारियों ने बताया कि स्कूल में संदेहास्पद व्यक्ति की स्विफ्ट डिजायर देखी गई। केन्द्राध्यक्ष से पूछे जाने पर व्यक्ति कहीं और पदस्थ है। सिरवेल थाने में परीक्षा अधिनियम 1937 की धारा 3 डी, के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया गया। इस एसडीएम, प्रभारी शिक्षा अधिकारी हेमेन्द्र वडनेरकर,थाना प्रभारी और बीईओ एके गुप्ता ने भूमिका निभाई।