पूर्व की सरकारों में नहीं थी आतंकवाद से निपटने की राजनैतिक इच्छाशक्ति।
कश्मीर से धारा 370 हटाना और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि।
इंदौर प्रेस क्लब के प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में बोले आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष जिंदा शहीद मनिंदरजीत सिंह बिट्टा।
इंदौर : जिंदा शहीद के नाम से देश और दुनिया में पहचाने जाने वाले मनिंदर जीत सिंह बिट्टा आतंकवाद के खिलाफ बरसों से लड़ाई लड़ रहे हैं। अपने बेबाक बयानों के लिए चर्चित बिट्टा पर आतंकवाद की खिलाफत करने के कारण बीते दौर में कई हमले भी हो चुके हैं। केंद्र सरकार ने उनको z सिक्योरिटी भी दे रखी है। शनिवार को इंदौर प्रवास पर आए बिट्टा ने इंदौर प्रेस क्लब के प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में विदेशों में बैठकर कतिपय तत्वों द्वारा चलाए जा रहे खालिस्तानी अलगाववादी मूवमेंट को लेकर बेबाकी से अपनी बात रखी। पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने पश्चिमी देशों में खालिस्तानी तत्वों द्वारा तिरंगे का अपमान किए जाने और मंदिरों को निशाना बनाए जाने की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि खालिस्तान कभी नहीं बनेगा। भारत हमारा देश है और तिरंगा हमारी पहचान। सिख गुरुओं ने हिंदू (सनातन)रक्षा के लिए अपनी शहादत दी।अलगाववादियों के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे।
स्वार्थ की राजनीति ने दी अलगाववाद को हवा।
आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने कहा कि राष्ट्र को सर्वोपरि रखने की बजाए हमने स्वार्थ की गंदी राजनीति को आगे रखा, यही कारण रहा की कश्मीर की समस्या पैदा हुई। पंजाब में अस्सी – नब्बे के दशक में आतंकवाद पनपा। नक्सलवाद ने सिर उठाया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्वार्थ की इस देश ने बड़ी कीमत चुकाई है। मैंने आतंकवाद के खिलाफ हमेशा लड़ाई लड़ी और आगे भी लड़ता रहूंगा।
राजनैतिक इच्छाशक्ति के अभाव में समस्याएं विकराल हुई।
बिट्टा ने कहा कि आतंकवाद, नक्सलवाद जैसी समस्याएं इसलिए परवान चढ़ी की इनसे निपटने की राजनैतिक इच्छाशक्ति पूर्व की सरकारों में नहीं थी। इसके चलते समस्याएं विकराल होती गई। हमारे जवान शहीद होते रहे। संसद पर हमले और 26/11 की आतंकी घटना होने के बावजूद हम नहीं जागे।बिट्टा ने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि उसकी दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण कश्मीर से अलगाववाद का पोषण करने वाली धारा 370 हटी, अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ। पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की गई वहीं नक्सलवाद से भी कड़ाई से निपटा गया।
दिग्विजय सिंह जैसे नेताओं ने कांग्रेस को बरबाद किया।
बिट्टा ने सीधे दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके जैसे नेताओं ने ही कभी भगवा तो कभी हिंदू आतंकवाद की बातें कहकर हिंदू समुदाय को बदनाम करने का प्रयास किया।उनके उलजुलुल बयानों ने कांग्रेस का बंटाढार कर दिया।
खलिस्तानी आतंकियों की करतूतों का पुरजोर विरोध करें सिख समाज।
बिट्टा ने यूके, कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में खालिस्तानी आतंकियों द्वारा तिरंगे का अपमान करने, मंदिरों पर हमला करने जैसी घटनाओं पर तीव्र आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि देशभर में रह रहे सिखों को इन घटनाओं का पुरजोर विरोध करना चाहिए। देश के हर गुरुद्वारे से आतंकवाद के खिलाफ आवाज उठनी चाहिए। बिट्टा ने कहा कि भारत अब तेजी से विश्वगुरु बनने की ओर अग्रसर है। ऐसे में विकसित देशों को तकलीफ होना स्वाभाविक है। इसीलिए अमेरिका, यूके, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देश खलिस्तानियों की करतूतों की ओर से आंखें मूंदे रहते हैं। कनाडा जैसा देश तो पाकिस्तान की तरह आतंकवादियों का पनाहगार बन गया है। बिट्टा ने आग्रह किया कि राष्ट्र सर्वोपरि की भावना को परवान चढ़ाने में मीडिया भी अपनी भूमिका निभाएं।
इंदौर प्रेस क्लब की ओर से उपाध्यक्ष प्रदीप जोशी, दीपक कर्दम और अन्य पत्रकार साथियों ने बिट्टा का स्वागत किया। आभार कोषाध्यक्ष संजय त्रिपाठी ने माना।