खाकी के संग बिखरे जनजातीय लोक संस्कृति के रंग

  
Last Updated:  March 4, 2023 " 05:59 pm"

इंदौर : इंफोसिस फाउंडेशन और भारतीय विद्या भवन बंगलुरु के संयुक्त तत्वाधान में जनजातीय और क्षेत्रीय लोक संस्कृति से लोगों को परिचित कराने और उभरते क्षेत्रीय कलाकारों की प्रतिभाओं को संवारने के उद्देश्य से, संस्कृति दर्शन के तहत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन दिनांक 27 फरवरी से 05 मार्च 2023 तक रवींद्र नाट्य गृह इंदौर में किया जा रहा है।

इसी के तहत शुक्रवार 3 मार्च 2023 को ‘‘खाकी के संग लोक संस्कृति के रंग’’ कार्यक्रम का आयोजन पुलिस महानिरीक्षक इंदौर जोन (ग्रामीण) राकेश गुप्ता के मुख्य आतिथ्य में किया गया। पद्मश्री जनक पलटा, राजभवन भोपाल मे जनजातीय समिति की सदस्य डॉ. दीपमाला रावत, पुलिस उपायुक्त (अप./मुख्या.) इंदौर निमिष अग्रवाल, अति. पुलिस अधीक्षक खंडवा सीमा अलावा, अति. पुलिस अधीक्षक अजाक रेंज इंदौर शकुंतला रूहले भी इस दौरान अतिथि के बतौर मौजूद रहे। नगर सुरक्षा समिति के सदस्यगण, मूक बधिर संस्थान आनंद सोसायटी के बच्चें एवं सदस्य, संजीवनी बालमित्र केन्द्र थाना छत्रीपुरा के बच्चें, पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारी तथा आम गणमान्य नागरिक कार्यक्रम में शामिल हुए।

कार्यक्रम की शुरूआत संगोष्ठी से हुई, जिसमें सभी अतिथियों ने जनजातीय क्षेत्रों में लोगों के जीवन की चुनौतियों, वहां के लोगों के जीवन स्तर एवं लोक संस्कृति के बारें में जानकारी दी। जनजातीय लोगों के जीवन स्तर को सुधारने और उनके विकास के संबंध में पुलिस द्वारा किए जा रहे कार्यो पर भी प्रकाश डाला गया। साथ ही सभी ने इन क्षेत्रों में अपने अनुभवों को भी साझा किया।

पद्मश्री जनक पलटा ने उनके द्वारा झाबुआ,अलीराजपुर क्षेत्र में अपने कार्यो के दौरान हुए अनुभवों को साझा किया। उन्होंने जनजातीय क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर, उनकी अच्छाईयों, उनकी लोक संस्कृति आदि से परिचय करवाते हुए, उनकी जीवन की कठिनाईयों, कुरीतियों आदि के बारें में भी विस्तार से बताया।

राजभवन भोपाल से आई डॉ. दीपमाला रावत ने भारत सरकार एवं मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जनजातीय समुदाय के उत्थान के लिये किए जा रहे कार्याे के साथ ही, भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अभिन्न योगदान देने वाले जनजातीय गौरव भगवान बिरसा मुंडा, टट्या मामा, रानी दुर्गावती आदि की गौरव गाथा पर प्रकाश डाला। उन्होंने सरकार द्वारा इन जनजातीय महापुरुषों के योगदान को जन-जन तक पहुंचाने हेतु किये जा रहें प्रयासों से भी अवगत कराया।

जनजातीय लोगों की संवेदनशीलता के साथ होती है सुनवाई।

आईजी राकेश गुप्ता ने कहा कि, जनजातीय क्षेत्रों में पुलिस पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई कर रही है। पुलिस की विशेष इकाई अजाक थानों में भी जनजातीय लोगों की विशेष रूप से सुनवाई होती है। उन्होंने कहा कि पेसा एक्ट के तहत शांति समिति के गठन और सामान्य विवादों के तहत इनकी पंचायतों आदि की सामान्य कार्रवाई में भी पुलिस पूरी सहायता प्रदान कर रही है। जनजातीय क्षेत्रों के पारंपरिक त्यौहारों और लोक उत्सवों के दौरान भी पुलिस व प्रशासन पूर्ण व्यवस्था करता है, कि वे सभी इन त्यौहारों आदि को पूरे हर्षोल्लास के साथ हंसी खुशी शांतिपूर्ण तरीके से मना सके।

क्षेत्रीय कलाकारों के साथ पुलिस महकमें के लोगों ने भी पेश किए सांस्कृतिक कार्यक्रम।

संगोष्ठी के बाद पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों एवं क्षेत्रीय कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत एक से बढ़़कर एक मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। इंदौर पुलिस के सहायक पुलिस आयुक्त (यातायात) अजीत सिंह चौहान और आरक्षक मनोज ने अपने सुमधुर गीतों से समां बांध दिया। क्राइम ब्राच इंदौर की आरक्षक निकिता, अलिराजपुर से आए कलाकार सविता भावसार व उनकी टीम ने भी मनोहारी प्रस्तुति दी। इंदौर के थाना छत्रीपुरा में संचालित संजीवनी बालमित्र के बच्चों एवं आनंद सोसायटी के मूक-बधिर बच्चों ने भी मनमोहक कार्यक्रम पेश कर खूब दाद बटोरी।

पूरे कार्यक्रम के दौरान विशेष बात ये रहीं कि, मूक-बधिर लोगों के लिए काम करने वाले आनंद सोसायटी के ज्ञानेन्द्र पुरोहित ने वहां उपस्थित सभी मूक-बधिर दिव्यांग लोगों को, उनकी साइन लैग्वेंज में ही कार्यक्रम की हर गतिविधि से अवगत करवाया।
समूचे समारोह का संचालन अति. पुलिस उपायुक्त मनीषा पाठक सोनी द्वारा किया गया। आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

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