भोपाल : सोमवार को बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से उनके भोपाल स्थित निवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं की यह मुलाकात लगभग एक घंटा चली। दो दिग्गजों के बीच बन्द कमरे में हुई लम्बी बातचीत के सियासी मायने निकाले जाने लगे और अटकलों का बाजार गर्म हो गया। राजनीतिक विश्लेषक इस भेंट में भी सियासी समीकरण तलाशने लगे। मुलाकात खत्म होने के बाद जब कैलाश विजयवर्गीय से इस चर्चा को लेकर सवाल किए गए तो उन्होंने साफ किया कि वे 6 माह बाद मप्र में लौटे हैं। इसके चलते मेल- मुलाकात का दौर जारी है।उन्होंने कहा कि नरोत्तम मिश्रा के साथ सामान्य चर्चा हुई।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी साफ किया कि विजयवर्गीय पश्चिम बंगाल के प्रभारी थे। मैं सहायक था। उन्हें चाय पर आमंत्रित किया था। ये सहज मुलाकात थी।
ममता खुद को प्रधानमंत्री समझती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के बर्ताव पर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि किसी भी प्रदेश का मुख्यमंत्री हो, उसे संवैधानिक व्यवस्थाओं का पालन करना चाहिए। दुर्भाग्य से ममता बनर्जी खुद को देश की प्रधानमंत्री समझने लगी हैं।
कमलनाथ से पूछें, पेनड्राइव उनके पास है या नहीं।
हनी ट्रैप से जुड़े पेन ड्राइव मामले में कैलाश विजयवर्गीय का कहना था कि ये सवाल कमलनाथ से पूछा जाना चाहिए कि उनके पास पेन ड्राइव है या नहीं।
मप्र में बढ़ती सक्रियता पर विजयवर्गीय ने कहा कि कोरोना काल में कई मित्र दिवंगत हो गए। उनके परिवारजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दे रहा हूँ।
सरकार ने कोरोना काल में अच्छा काम किया।
मप्र में कोरोना संक्रमण में अब कमीं आने पर विजयवर्गीय ने कहा कि कोरोना संकट से निपटने में प्रदेश की बीजेपी सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है। शासन- प्रशासन के बेहतर तालमेल से कोरोना को जल्द नियंत्रित कर लिया गया।