ग्वालियर : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रणजी ट्रॉफी के फायनल मैच में मुंबई पर ऐतिहासिक जीत दर्ज कर मध्यप्रदेश को पहली बार रणजी ट्राफी दिलाने वाली टीम के खिलाड़ियों के परिजनों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का आयोजन ग्वालियर के राजमाता विजयराजे सिंधिया विमानतल महाराजपुरा पर किया गया था।
मुख्यमंत्री चौहान ने विजेता रही मध्यप्रदेश की रणजी क्रिकेट टीम के ग्वालियर निवासी खिलाड़ियों विक्रान्त भदौरिया के माता – पिता राजेश भदौरिया एवं श्रीमती संगीता भदौरिया और अंकित शर्मा के पिता नागेंद्र शर्मा को पुष्पाहार, शॉल एवं मिष्ठान से मुँह मीठा करा कर सम्मानित किया।
ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 41 बार की रणजी चेम्पियन मुंबई पर मध्यप्रदेश की टीम में शामिल हमारे बच्चों ने शानदार जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा “जहाँ चाह वहाँ राह” की कहावत को चरितार्थ करते हुए हमारे खिलाड़ियों ने यह जीत हासिल की है। मध्यप्रदेश की रणजी टीम ने अपराजेय रहते हुए यह ट्रॉफी जीती है। इस ऐतिहासिक जीत से पूरा मध्यप्रदेश आनंदित है। ग्वालियर से जश्न की शुरुआत हुई है। प्रदेश की राजधानी में जल्द ही रणजी ट्रॉफी विजेता टीम के खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने सभी विधाओं के खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन कर खूब यश कमाओ और मध्यप्रदेश एवं अपने देश का नाम रोशन करो।
कोच को भी किया सम्मानित।
मुख्यमंत्री चौहान ने विजेता रही रणजी टीम के खिलाड़ी विक्रान्त भदौरिया व अंकित शर्मा के स्थानीय कोच हरदीप सिंह गिल, पूर्व रणजी खिलाड़ी मोहम्मद आरिफ, पूर्व रणजी खिलाड़ी एवं जीडीसीए के सचिव संजय आहूजा, पूर्व रणजी खिलाड़ी गुरशरण सिंह, मुकुल राघव और अमन भदौरिया को भी सम्मानित किया।
जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह एवं सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सहित ग्वालियर शहर के खिलाड़ी और उनके परिजन इस अवसर पर मौजूद थे।