इंदौर : खनिज निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविन्द मालू नें मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखकर माँग की है कि ” अगरबत्ती, मसाले, पापड़, बड़ी जैसे कुटीर उद्योग जो घर में ही निर्माण होते हैं, उन्हें भी निर्माण और विक्रय की शारिरिक दूरी का पालन करवाते हुए प्रारंभ करने की छूट देने के बारे में सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाए ताकि छोटे कारोबारियों को आर्थिक राहत मिले और ऐसे समय श्रम का सार्थक उपयोग भी हो सके।
पान के विपणन को लेकर बनें योजना।
श्री मालू ने कहा कि मध्यप्रदेश के पान की माँग अन्य प्रदेशों और पड़ौसी देशों तक में होती है।पान की खेती प्रदेश के 22 जिलों में होती है। पान की फसल शीघ्र नष्ट होने वाली फसलों में है।लॉक डाउन के दौरान इस गर्मी के मौसम में पान की खेती करने वाले किसानों का भारी नुकसान हुआ है।
अब चूँकि पान खेतों से सीधे अन्य प्रदेशों में भेजा जा सकता है, तो इस बारे में भी योजना बनाकर निर्णय लिया जाना चाहिए।
मालू ने “पान खेती और विपणन से जुड़ा यह मुद्दा कृषि मंत्री कमल पटेल के भी संज्ञान में भी लाया है।