इंदौर : निगमायुक्त प्रतिभा पाल के नए आदेश के तहत अब ठेला व्यापारी और रेहड़ी व्यापारियों पर नहीं होगी स्पॉट फाइन की कार्रवाई नहीं की जाएगी। केवल समझाइश दी जाएगी। सोशल डिस्टेंसिंग पर भी अब ₹1000 से ज्यादा का स्पॉट फाइन नहीं किया जाएगा। स्पॉट फाइन करने के साथ ही निगम मौके पर मास्क भी देगा ।
निगम की कार्रवाई पर उठ रहे थे सवाल।
नगर निगम के अधिकारी- कर्मचारी दिए गए अधिकारों का दुरुपयोग कर रहे थे। फेरीवाले, ठेलेवाले, फुटकर व्यापारी, राहगीर, वाहन सवार, हर किसी को रोककर मनमाने ढंग से कभी मास्क तो कभी सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर वसूली की जा रही थी। लॉक डाउन के कारण पहले ही आर्थिक रूप से बुरीतरह बर्बाद हो चुके लोगों पर नगर निगम की ये वसूली बेहद भारी पड़ रही थी। जब निगम की इस मनमानी कार्रवाई पर सवाल उठने लगे तो बीजेपी के वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे, सांसद शंकर लालवानी और पूर्व पार्षद दिलीप शर्मा मुखर हुए। उन्होंने बेवजह की वसूली बन्द करने को कहा।
निगमायुक्त प्रतिभा पाल तक भी ये बात पहुंचाई गई। इसके बाद निगमायुक्त ने फेरीवाले, ठेलेवाले, राहगीर और छोटा- मोटा कारोबार करने वालों पर स्पॉट फाइन नहीं करने का नया आदेश जारी किया।
लॉकडाउन में भी की थी मनमानी।
आपको बता दें कि लॉक डाउन के दौरान भी निगम कर्मियों ने भारी मनमानी की थी। गांवों से सब्जी लेकर आनेवाले व्यापारियों की सब्जी छीनकर फेंक दी जाती थी या उसे जब्त कर अपनों में बांट दी जाती थी। कई बार तो मनमानी करते हुए निगमकर्मियों ने किसानों के खेतों में घुसकर सब्जियों को बर्बाद कर दिया था।