भोपाल : विधायक एवं सांसदों की फर्जी नोटशीट और लेटर हेड पर शासकीय कर्मचारियों के स्थानांतरण कराने वाले गिरोह का थाना क्राइम ब्रांच भोपाल ने खुलासा करते हुए 05 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जनप्रतिनिधियों के नाम से फर्जी नोटशीट भेजी थी सीएम आफिस।
भोपाल क्राइम ब्रांच के अनुसार पकड़े गए आरोपी विधायक रामपाल की हुबहु नोटशीट और लेटर हेड बनाकर फर्जी हस्ताक्षर के साथ सीएमओ वल्लभ भवन भोपाल स्थानांतरण की सिफारिश के लिए भेजा करते थे।
पूछताछ में आरोपी रामप्रसाद राही उर्फ गुप्ताजी ने पूर्व में विधायक रामपाल के बंगले पर काम करना बताया। साथी आरोपी लखन लाल धाकड का भी विधायक रामपाल के बंगले पर आना जाना लगा रहता था।
जबकि अन्य दो आरोपीगण जो से कम्प्यूटर टाइपिंग का काम करते हैं, द्वारा फर्जी लेटरहेड पर शासकीय कर्मचारियों के स्थानांतरण को लेकर फर्जी तरीके से नोटशीट तैयार की जाती थी।
मुख्य आरोपी रामप्रसाद राही उर्फ गुप्ताजी का लडका राहुल राही, थाना टीटी नगर का सूचीबद्व बदमाश है। उसके विरूद्व भोपाल शहर में मारपीट, अडीबाजी एवं अवैध हथियार रखने संबंधी करीबन 09 मामले दर्ज है।
ये था पूरा मामला।
थाना क्राइम ब्रांच भोपाल में वरिष्ठ कार्यालय से शिकायत प्राप्त हुई थी कि सीएमओ कार्यालय वल्लभ भवन भोपाल के कार्यालय में सांसदों और विधायकों के लेटर हेड पर कई शासकीय स्थानांतरण के प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं जबकि सांसद और विधायक द्वारा ऐसे किसी भी प्रकार के लेटर हेड और नोटशीट जारी नही की गई थी।
करीब 30 अधिकारी- कर्मचारियों के तबादले की फर्जी नोटशीट से की थी सिफारिश।
शिकायत का अवलोकन करने पर पाया गया कि आवेदन पत्र में संलग्न सांसद और विधायकों के लेटर हेड और नोटशीट पर हस्ताक्षर का दुरूपयोग व प्रतिरूपण कर मुख्यता शिक्षा विभाग के 27, राजस्व विभाग के 02 और चिकित्सा विभाग के 01 शासकीय अधिकारी/कर्मचारीगणों के स्थानांतरण हेतु कूटरचित लेटर हेड तैयार कर उनके स्थानांतरण के प्रस्ताव फर्जी तरीके से तैयार कर भेजे गए थे। जांच के दौरान ही दोनों मुख्य संदेहियों रामप्रसाद राही उर्फ गुप्ता जी और लखनलाल के द्वारा शिक्षकों से ट्रांसफर के नाम लखन लाल के एसबीआई बैंक के खाते, रामप्रसाद राही द्वारा अपने स्वयं की पत्नी संतोषी राही के यूनियन बैंक के खाते के अलावा अपने परिचितों रामप्रसाद, मोहित जैन के फोन पे नम्बर पर कुल 79 हजार रूपये ट्रांसफर करवाकर अवैध लाभ अर्जित किया गया है।
उपरोक्त जांच के दौरान शासकीय कर्मचारियों के आए नाम के अनुसार कर्मचारियों से पूछताछ की गई एवं उनके कथन लेख किए गए। जांच के दौरान कथन में आए तथ्य के अनुसार संदेही रामप्रसाद राही उर्फ गुप्ताजी निवासी सुनहरी बाग टीटीनगर भोपाल और उसके साथी लखनलाल निवासी कोटरा नेहरूनगर भोपाल को ट्रान्सफर हेतु आवेदन पत्र देना बताया।
जांच के दौरान रामप्रसाद राही और उसके साथी लखनलाल को जवाहर चौक से हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर दोनो द्वारा साथ मिलकर अपने पहचान रामगोपाल पाराशर जो शिक्षा विभाग में भृत्य के पद पर पदस्थ है जो पूर्व में मंत्री प्रभूराम चौधरी के यहां काम करता था, के द्वारा विधायक रामपाल के नाम के एक लेटर हेड की फोटोकॉपी 05 हजार रूपये में उपलब्ध करायी गयी थी, जिसकी हुबहु लेटरहेड/नोटशीट आरोपियों द्वारा अपने पहचान के फोटोकॉपी वाले रामकृष्ण राजपूत जिसकी फोटो कापी शॉप नेहरूनगर में है और दशराथ राजपूत जिसकी शॉप टीटीनगर क्षेत्र में है, से विधायक के फर्जी तरीके से लेटर हेड/ नोटशीट तैयार करना करवाना स्वीकार किया है।
आरोपीगणो के कब्जे से विधायक रामपाल के फर्जी खाली लेटर हेड और आवेदन पत्र जब्त किए गए है। दोनों मुख्य आरोपीगणो की निशादेही पर फर्जी लेटरहेड तैयार करने वाले कम्पयुटर आपरेटर रामकृष्ण राजपूत और दशरथ राजपूत को हिरासत में लेकर उनके कब्जे से जिन कम्प्युटर एवं प्रिंटर से फर्जी लेटरहेड तैयार कर निकाले गये थे, उन्हें भी जब्त किया गया है।