सितंबर माह तक तल मंजिल का कार्य पूरा करने के दिए निर्देश।
गुणवत्ता का भी पूरा ध्यान रखने पर दिया जोर।
निर्माण कार्य को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के लिए समय सीमा भी तय की।
लापरवाही मिलने पर दो इंजीनियरों के विरुद्ध की कार्रवाई।
इंदौर : कलेक्टर डॉ.इलैया राजा टी ने शनिवार को पांच साल से निर्माणाधीन जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण कार्य में हो रही देरी और गुणवत्ता पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने निर्माण कार्य को समय सीमा निर्धारित कर पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने अपने निरीक्षण के दौरान दो इंजीनियरों के विरुद्ध कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने निर्माण से जुड़े मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड के सहायक यंत्री एवं निर्माण एजेंसी के ठेकेदार के साइट इंजीनियर को कार्य से तत्काल हटाने को कहा। हाउसिंग बोर्ड के इंजीनियर को शोकॉज नोटिस जारी करते हुए वेतन रोकने के भी निर्देश दिए।
गुणवत्ता का ध्यान रखने के दिए निर्देश।
कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी ने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ किया जाए। गुणवत्ता में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निरीक्षण के दौरान अप्रोच रोड पर पानी भरे होने पर भी असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पानी निकासी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि हर हाल में 30 सितंबर तक तल मंजिल का कार्य पूरा हो जाए और प्रथम मंजिल का कार्य नवंबर माह में पूर्ण हो। उन्होंने इसके लिए सूक्ष्म कार्ययोजना तैयार कर सोमवार को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि अस्पताल में मरीजों की सुविधा के अनुरूप निर्माण कार्य सुनिश्चित हो। शौचालयों का निर्माण भी मरीजों की सुविधा को देखते हुए किया जाए।
कलेक्टर ने कहा कि आगामी सितंबर माह तक किसी भी हाल में ओपीडी पूर्ण रूप से कार्य करना प्रारंभ कर दें, ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने बताया कि यह अस्पताल 300 बिस्तर का बनेगा। इसके लिए 84 करोड़ रुपये मंजूर हो गए हैं। यह अस्पताल पांच मंजिला बनेगा। उन्होंने क्वालिटी चेकिंग के लिए टीम गठित करने के भी निर्देश दिए।