बच्चियों से उनका बचपन छीनने के विरोध में एकजुट होकर समाजसेवी महिलाओं ने निकाली रैली।
अपर कलेक्टर अभय बेडेकर को सौंपा ज्ञापन।
इंदौर: जूनियर मिस इंडिया कांटेस्ट व फैशन परेड के नाम पर बच्चों के बचपन को छीनने की कवायद का विरोध करते हुए सोमवार को विभिन्न सामाजिक संगठनों की पदाधिकारी, समाजसेवी और स्कूल – कॉलेज की छात्राओं ने ओल्ड जीडीसी से कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकालकर ज्ञापन सौंपा। रैली में शामिल महिलाएं और छात्राएं हाथों में तख्तियां लिए हुए थीं जिनमें बच्चियों के फैशन परेड में इस्तेमाल के खिलाफ स्लोगन लिखे हुए थे। कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन के दौरान अपसंस्कृति के प्रचार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई। बाद में अपर कलेक्टर अभय बेडेकर को ज्ञापन सौंपा गया।
ये था पूरा मामला।
प्रदर्शन की अगुवाई कर रहीं माला सिंह ठाकुर ने बताया कि ‘माय सिटी, माय इवेंट ‘ नामक एक कंपनी आगामी 10 दिसंबर को बायपास स्थित एक रिसॉर्ट में 4 से 14 वर्ष तक की बालिकाओं के लिए जूनियर मिस इंडिया कांटेस्ट और फैशन परेड आयोजित करने जा रही है। सोशल मीडिया पर उसका जमकर प्रचार किया जा रहा था। बच्चियों से उनका बचपन छीनकर उन्हें अपसंस्कृति की ओर ले जाने के इस प्रयास के खिलाफ हमने आवाज बुलंद की। शहर के तमाम महिला सामाजिक संगठन, समाजसेवी महिलाएं और स्कूल – कॉलेज की छात्राओं ने एकजुट होकर बच्चियों के बचपन के साथ किए जा रहे इस खिलवाड़ का विरोध किया और रैली निकालकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि शहर में इस तरह के किसी आयोजन को अनुमति नहीं दी जाएगी।
रैली और प्रदर्शन में विनीता धर्म, अनघा साठे, श्रुति केलकर, ज्योति राठौर, ग्रीष्मा त्रिवेदी, ज्योति तोमर, रजनी भंडारी, विभूति व्यास, आकांक्षा त्रिवेदी और वर्षा शर्मा सहित बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हुई।
निरस्त हुआ आयोजन।
इस बीच पता चला है कि संबंधित इवेंट कंपनी ने विरोध के चलते जूनियर मिस इंडिया व फैशन परेड कार्यक्रम को निरस्त कर दिया है। विरोध प्रदर्शन की संयोजक माला सिंह ठाकुर ने इसकी पुष्टि की है।