पहचान पत्र, आयुष्मान कार्ड, वोटर आईडी की सुविधा मिलेगी।
स्टे होम/शेल्टर होम/ट्रांसजेंडर क्लीनिक की स्थापना की जाएगी।प्रोटेक्शन सेल का भी गठन होगा।
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में जिला उभयलिंगी कल्याण बोर्ड की कार्यशाला संपन्न।
इंदौर : जिले के उभयलिंगी (ट्रांसजेंडर) नागरिकों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा। उन्हें राज्य शासन की योजनाओं और कार्यक्रमों का प्राथमिकता से लाभ दिलाया जाएगा। यह प्रयास किया जाएगा कि उनके साथ किसी भी तरह का भेदभाव न हो।
यह जानकारी डॉ इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिला उभयलिंगी कल्याण बोर्ड की जिला स्तरीय कार्यशाला में दी गई।
कार्यशाला में वन मंडलाधिकारी नरेन्द्र पांडवा, सयुक्त संचालक सामाजिक न्याय सुचिता बेक तिर्की सहित अन्य अधिकारी और कल्याण बोर्ड के सदस्यगण मौजूद थे। कार्यशाला को संबोधित करते हुए कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने कहा कि उभयलिंगी नागरिक समाज के महत्वपूर्ण अंग हैं। उन्हें समाज की मुख्य धारा में शामिल किया जाएगा। उनके साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा। उन्हें राज्य शासन की सभी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राथमिकता के साथ उपलब्ध कराया जाएगा। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे ट्रांसजेंडर के लिए पहचान पत्र, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड बनाकर शीघ्र दें। इनके लिए स्टे होम, शेल्टर होम तथा ट्रांसजेंडर क्लीनिक की स्थापना करने की बात भी कलेक्टर ने कहीं। कलेक्टर ने कहा कि ट्रांसजेंडर को सांस्कृतिक गतिविधियों से भी जोड़ा जाएगा। उन्हें शासकीय आयोजनों में सांस्कृतिक कार्यक्रम और अन्य कार्यक्रम जैसे गीत गायन आदि के प्रस्तुतिकरण का अवसर भी दिया जाएगा। ट्रांसजेंडर के लिए पृथक से टॉयलेट की व्यवस्था करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। उन्होंने कलेक्टर कार्यालय में पृथक से टॉयलेट बनाने की बात कहीं। कलेक्टर ने कहा कि ट्रांसजेंडर के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें शासकीय योजनाओं तथा उभयलिंगी व्यक्ति (अधिकारो का संरक्षण) अधिनियम 2019 के बारे में जानकारी दी जाएगी। कलेक्टर ने ट्रांसजेंडर्स से आग्रह किया कि वे आगे आकर शासन की योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ लें। उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडर्स को प्रधानमंत्री आवास भी प्राथमिकता से उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि परम्परागत और नये ट्रांसजेंडर्स के मध्य समन्वय स्थापित कराया जाएगा।
कार्यक्रम में सुचिता बेक तिर्की और विद्या राजपूत ने ट्रांसजेंडर के लिए संचालित योजनाओं और कार्यक्रमों तथा उभयलिंगी व्यक्ति (अधिकारो का संरक्षण) अधिनियम 2019 के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला के अंत में कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने दिव्यांगजनों को लीगल गार्जियनशीप प्रमाण पत्र वितरित किए।