श्रीकृष्ण एवेन्यू लिंबोदी में राधा – कृष्ण मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर किया गया था कथा का आयोजन।
इंदौर : विश्व कल्याण समिति के संस्थापक अंतरराष्ट्रीय कवि एवं कथाकार डॉक्टर राजीव शर्मा के श्रीमुख से श्रीकृष्ण व श्रीराम कथा पर प्रवचन का आयोजन श्रीकृष्ण एवेन्यू रहवासी संघ लिंबोदी एवं ख्यात समाजसेवी रवि दांगी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि प्रभु श्रीकृष्ण और श्रीराम के चरित्र के साथ उनके वैज्ञानिक प्रमाणों को भी प्रस्तुत किया गया। कथावाचक डॉ. राजीव शर्मा ने जब वैज्ञानिक प्रमाणों सहित भगवान श्रीराम एवं श्रीकृष्ण के चरित्र को भक्तों के सामने प्रस्तुत किया तो कथाओं की परंपरा को एक नया आयाम मिला। चाहे बालकांड हो,लंकाकांड हो, शबरी का प्रसंग हो या फिर रावण का वध हो इन सभी प्रसंगों को कथावाचक डॉक्टर राजीव शर्मा ने वैज्ञानिक प्रमाणों सहित संगीतमयी प्रस्तुत कर सब का मन मोह लिया। कथा के दौरान मनमोहक संगीत और भजनों से श्रद्धालुओं को नई ऊर्जा मिली।
लिम्बोदी के श्रीकृष्ण एवेन्यू फेस वन में संपन्न हुए राधा- कृष्ण मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में स्वागत मुख्य यजमान व आयोजक रवि दांगी ने किया। ख्यात गायक सरदार सुरजीत सिंह सिंघानिया व शोध छात्रा पूजा राज ने मधुर भजनों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर राहुल जैन केसरी,ओमजी दांगी, डाॅ सरोज अजय, डाॅ. भारसाकले, डाॅ हरीश मिमरोट, डाॅ. अमर वतनानी, विश्व कल्याण समिति के अध्यक्ष कवि कुमार अशोक, राजेश रामलाल पटेल लोनारावाले, शरद गुप्ता हेमेन्द्र, अंकित मंडलोई, विश्व कल्याण सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे।
कथावाचक डॉक्टर राजीव शर्मा ने मांगी अनोखी गुरु दक्षिणा।
कथा के समापन पर कथावाचक डॉ. राजीव शर्मा ने लोगों से अनोखी गुरु दक्षिणा मांगी जिसे सुनकर लोग चकित हो गए। डॉ. राजीव शर्मा ने लोगों से कहा कि वह जब बच्चों का जन्मदिन मनाए तो दीपक को बुझाकर नहीं बल्कि दीप प्रज्वलित करके भारतीय संस्कृति सनातन धर्म के अनुसार जन्मदिन को मनाएं। क्योंकि दीपक को बुझाना पाश्चात्य परंपरा है जबकि दीप प्रज्वलित करना भारतीय सनातन संस्कृति की परंपरा है। उन्होंने लोगों से ये आग्रह भी किया कि वह अधिक से अधिक अपनी मातृभाषा हिंदी का प्रयोग करें। उन्होंने व्यसन करने वालों लोगों से भी पान, गुटका, मसाला और अन्य मादक पदार्थों का सेवन छोड़ कर सनातन धर्म के अनुसार सात्विक जीवन जीने का अनुरोध किया। पंडित डॉ. राजीव शर्मा ने गोवंश की परंपरा उनके पालन, उनके संवर्धन और गौ पूजन को भी आगे बढ़ने का आह्वान किया।