इंदौर : शांति समिति की बैठक में लिए गए फैसले और रविवार के लॉकडाउन को दरकिनार कर खजराना क्षेत्र में ताजिया जुलूस निकालना आयोजकों और कतिपय नेताओं को महंगा पड़ गया। उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के साथ रासुका लगाने की तैयारी भी की जा रही है।
जिम्मेदार तत्वों पर लगेगी रासुका।
कलेक्टर मनीष सिंह ने खजराना क्षेत्र की घटना को लेकर कहा कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों शांति समिति की बैठक में तमाम धर्मगुरुओं, जनप्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकों की मौजूदगी में निर्णय लिया गया था की कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए सार्वजनिक रूप से न तो ताजियों का निर्माण किया जाएगा और न ही ताजिया जुलूस निकाले जाएंगे। सभी तरह के धार्मिक, सामाजिक जुलूसों पर पाबंदी लगाई गई थी। इसके बावजूद जिन लोगों ने रविवार को खजराना क्षेत्र में ताजिया जुलूस निकाला उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस से जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्रतिवेदन भेजने को कहा गया है। उनपर रासुका लगाने की तैयारी की जा रही है।
सीएसपी, टीआई, एसडीएम को माना जिम्मेदार।
कलेक्टर मनीष सिंह ने समूचे मामले को संज्ञान में लेते हुए माना कि खजराना क्षेत्र के एसडीएम, सीएसपी और थाने के टीआई की प्राथमिक जिम्मेदारी थी कि वे शांति समिति की बैठक में लिए गए निर्णय को लागू करवाते और ताजिया जुलूस नहीं निकलने देते। उनकी लापरवाही इस मामले में साफ नजर आ रही है। एसडीएम को शोकॉज नोटिस दिया जा रहा है। टीआई को लाइन अटैच कर दिया गया है वहीं सीएसपी के खिलाफ कार्रवाई के लिए भी डीआईजी साहब से अनुरोध किया गया है।