शहर के तमाम संत – महात्मा और श्रद्धालुओं ने की रैली में शिरकत ।
कलेक्टर कार्यालय पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर दोषियों को दंडित करने की मांग की।
इंदौर : आंध्रप्रदेश के तिरुपति स्थित तिरुमाला मंदिर के लड्डू प्रसाद में चर्बी युक्त घी और मछली के तेल के इस्तेमाल का खुलासा होने के बाद देशभर में आक्रोश व्याप्त हो गया है। जगह – जगह इसके खिलाफ प्रदर्शन कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है। संत – महात्मा और सनातन धर्म को मानने वाले करोड़ों लोग उनकी आस्था के साथ किए गए इस खिलवाड़ से व्यथित हैं। इंदौर में भी धर्माचार्यों ने इस घटना को शर्मनाक बताते हुए हजारों श्रद्धालुओं के साथ रैली निकाली और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन के जरिए दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई किए जाने के साथ तिरूमाला मंदिर के समूचे बोर्ड को बर्खास्त करने की मांग की गई।
गुरुवार शाम छत्रीबाग स्थित व्यंकटेश मंदिर से नागोरिया पीठाधीश्वर विष्णु प्रपन्नाचार्य महाराज के नेतृत्व में निकली रैली में अन्ना महाराज सहित कई संत – महात्मा, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय सहित कई राजनेता, माहेश्वरी समाज सहित विभिन्न समाजों के पदाधिकारी, प्रतिनिधि और बड़ी तादाद में श्रद्धालु शामिल हुए। खासकर माहेश्वरी समाज के महिला – पुरुषों ने हजारों की संख्या में अपनी भागीदारी जताई। भगवा ध्वज हाथों में लिए नारेबाजी करते हुए श्रद्धालु तिरूमाला के लड्डू प्रसाद में चर्बी की मिलावट पर आक्रोश जता रहे थे। छत्रीबाग से जयारामपुर कॉलोनी होते हुए यह रैली कलेक्टर कार्यालय पहुंची जहां राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन एडीएम को सौंपा गया। ज्ञापन के जरिए लड्डू प्रसाद में चर्बी युक्त घी की मिलावट करने वालों को दंडित करने, इस घटना के लिए जिम्मेदार तिरुमाला बोर्ड को भंग कर नया बोर्ड गठित करने, नए बोर्ड में दक्षिण के साथ उत्तर से भी प्रतिनिधियों को नामित करने, केंद्रीय स्तर पर सनातन कल्याण बोर्ड गठित करने और सरकारों के अधीन सभी देवस्थानों को मुक्त कर स्थानीय स्तर पर सनातन बोर्ड के प्रतिनिधियों को उनका प्रबंधन सौंपने की मांग की गई।