इंदौर : जाने-माने अभिनेता, लेखक,निर्देशक योगेश सोमण का कहना है कि बदलते दौर में नाटक को दर्शकों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी कलाकारों की है। यदि दर्शक, नाटक देखने थिएटर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं तो नाटक को दर्शकों के बीच ले जाया जाना चाहिए। नाटक का विषय, उसकी परिकल्पना इस तरीके से होनी चाहिए कि वह बड़े रंगमंच से लेकर गांव की चौपाल में बरगद के पेड़ के तले भी खेला जा सके।
श्री सोमण स्टेट प्रेस क्लब,मप्र के ‘रूबरू’ कार्यक्रम में पत्रकारों के साथ चर्चा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा लिखित और निर्देशित देवी अहिल्याबाई के जीवनकार्यों पर आधारित एकल नाटक का मंचन इंदौर में ही अभिनव कला समाज के मंच पर 16 मई को होने जा रहा है। रश्मि देव इसमें देवी अहिल्याबाई का किरदार निभाएंगी। सोमण ने बताया कि उन्होंने संत तुकाराम के जीवन पर एकल नाट्य ‘आनंद डोह’ की तीन सौ से अधिक प्रस्तुतियां दी हैं। उनकी मंशा संत तुकाराम के 350 वें जन्मदिन पर इस नाटक का 350वां मंचन संत तुकाराम के जन्म स्थान पर करने की है। संत तुकाराम के अलावा स्वतंत्र वीर सावरकर के जीवन पर भी उन्होंने एकल नाटक की 150 से अधिक प्रस्तुतियां दी हैं। वे वीर सावरकर के जीवन पर ओटीटी वेब सीरीज भी लेकर आ रहे हैं।
फिल्म ऊरी, द फाइनल अटैक में देश के पूर्व रक्षा मंत्री स्वर्गीय मनोहर पर्रिकर के किरदार में ख्याति अर्जित कर चुके अभिनेता योगेश सोमण फिल्म दृश्यम वन और टू में भी अहम भूमिकाएं निभा चुके हैं।
प्रारम्भ में प्रवीण खारीवाल,सोनाली यादव,दीपक माहेश्वरी,अर्जुन चौहान नायक,नीतेश उपाध्याय ने योगेश सोमण का स्वागत कर स्मृति चिन्ह भेंट किया। संचालन पंकज क्षीरसागर ने किया। बंसी लालवानी ने आभार व्यक्त किया।