इंदौर : परदेशीपुरा पुलिस थाने के दो जवानों द्वारा मास्क को लेकर ऑटो चालक की बर्बर पिटाई के मामले ने इंदौर पुलिस की छवि पर दाग लगा दिया है। इस घटना की देशभर में तीखी आलोचना की गई वहीं इंदौर पुलिस को लानत भेजी गई। यहां तक की राजनीति के गलियारों में भी इसकी गूंज प्रखरता के साथ सुनाई दी। विपक्षी दलों ने मप्र की शिवराज सरकार को घेरने में विलंब नहीं किया।
राहुल गांधी ने घटना को बताया शर्मनाक।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऑटो चालक की बर्बर पिटाई के फोटो के साथ ट्वीट करते हुए लिखा है कि कोरोना नियमों को लागू करने की आड़ में इस तरह की शर्मनाक अमानवीयता देश को स्वीकार नहीं है। सुरक्षा करने वाले पुलिस कर्मी ही अत्याचार करें तो जनता कहां जाए..?
राहुल गांधी के ट्वीट के बाद इस घटना को लेकर प्रदेश की शिवराज सरकार सवालों के घेरे में आ गई है। रोको- टोको अभियान का मकसद लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करना है पर पीली गैंग और खाकी वर्दी वाले इसकी आड़ में जनता पर अत्याचार करने लगे। लोगों पर चालानी कार्रवाई के साथ उन्हें जेल भेजकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। कोई भी अभियान जनता का सहयोग लेकर ही सफल हो सकता है, उसे पैरों तले रौंदकर अपने पॉवर और रसूख का दुरुपयोग करने से कोरोना काबू में आए या न आए पर शिवराज सरकार को आने वाले समय में इस तरह की अमानवीय घटनाओं का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।