इंदौर: मालवा का दिल इंदौर सिर्फ खानपान के लिए ही मशहूर नहीं है। ये शहर केवल मप्र की कारोबारी राजधानी नहीं है। ये शहर रचनाकारों, गायकों, चित्रकारों, अदाकारों और संस्कृतिकर्मियों का शहर भी है। डिजिटल युग में जीते हुए युवा हाथों में मोबाइल के साथ कूँची थामकर सृजनकर्म को अंजाम देना भी जानते हैं। बेशक उनके पास अनुभव की पूंजी नहीं है, दक्षता नहीं है। पर सपनों को साकार करने का हौसला जरूर है। इसी बात का अहसास कराती है प्रीतमलाल दुआ कला वीथिका में संजोई गई कला प्रदर्शनी ‘इनफिनिटी’। राहिनी कॉलेज ऑफ आर्ट एंड डिजाइनिंग के छात्र- छात्राओं के सृजनकर्म की बानगी देती इस प्रदर्शनी में 50 से अधिक कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं। अपनी कल्पनाओं को केनवास पर साकार करने में विद्यार्थियों की मेहनत नजर आती है। कुछ कलाकृतियां अच्छी बन पड़ी हैं तो कुछ में कमियां भी हैं पर इससे उनके हौसले को कम करके नहीं आंका जा सकता। ऑइल, वाटर कलर, पेंसिल वर्क सहित तमाम माध्यमों का प्रयोग छात्र- छात्राओं ने अपनी कलाकृतियों में किया है। लैंडस्केप, पोर्ट्रेट, ग्रामीण परिवेश, नारी के मनोभाव, देवी दुर्गा और बुद्ध के जीवन प्रसंगों सहित अन्य विषयों पर केंद्रित इन कलाकृतियों को कई कलाप्रेमियों ने देखा और नवसृजनकारों के काम की तारीफ की। राहिनी कॉलेज के संचालक जयंत जैन और सोनाली जैन खुद भी आर्टिस्ट हैं। वे चाहते हैं कि विद्यार्थियों के कलाकर्म को वे कलाप्रेमियों के सामने लाएं ताकि उन्हें प्रोसाहन मिले और वे ज्यादा बेहतर काम के लिए प्रेरित हों।
दुआ कलावीथिका में नवोदित कलाकारों ने सजाया कला संसार
Last Updated: July 14, 2019 " 03:16 pm"
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