नई दिल्ली : देश और दुनिया के अधिकांश हिस्से में इंसानी जिंदगी पर कहर बरपा रहे कोविड-19 वायरस के संक्रमण को थामने के लिए नई दवा उपलब्ध हो गई है।इस दवाई के आने से रेमडेसीवीर को लेकर मची मारामारी से भी राहत मिल जाएगी। 2-deoxy-D-glucose यानी 2 डीजी नामक इस ऐंटी-कोविड दवाई को डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने बनाया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इस दवाई की पहली खेप (10,000 डोज) को लॉन्च किया।
कोविड वायरस की पहली दवा।
2DG पहली दवा है, जिसे ऐंटी-कोविड ड्रग कहा जा रहा है।
2डीजी को डिफेंस रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) के इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन ऐंड अलाइड साइंसेज (INMAS) ने विकसित किया है। इसमें हैदराबाद स्थित डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी (DRL) के रिसर्चर्स का भी योगदान है। DRL ही आम जनता के लिए इस दवा को बना रही है। यह दवा पाउडर के रूप में उपलब्ध होगी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इस दवा के कोविड मरीजों पर आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। जून 2021 से इस दवाई के 1 लाख पाउच प्रति सप्ताह उपलब्ध होंगे।
कोरोना के हर वेरिएंट पर है कारगर।
INMAS के डायरेक्टर डॉ. अनिल मिश्रा के अनुसार, 2डीजी अपनी कॉपी बनाने वाले वायरस को कैद कर लेती है। यानी वायरस का कोई भी वेरिएंट हो, उसे खाने की जरूरत तो पड़ेगी ही, जैसे ही वह अपनी भूख मिटाने के लिए आगे बढ़ेगा, यह दवा उसे फंसा लेगी।
INMAS के वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह दवा एक सैशे के रूप में उपलब्ध होगी। जैसे ORS को पानी में घोलकर पीते हैं, वैसे ही इसे भी पानी में मिलाकर ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह दवा दिन में दो बार लेनी होगी। कोविड-19 मरीजों को पूरी तरह ठीक होने के लिए 5 से 7 दिन तक यह दवा देनी पड़ सकती है।
500- 600 रुपए हो सकती है कीमत।
कीमत को लेकर अभी कुछ नहीं कहा गया है। डॉ इस बारे में कोई फैसला डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरी ही इसका दाम तय करेगी। सूत्रों के मुताबिक, एक सैशे की कीमत 500 से 600 रुपये के बीच हो सकती है।
2 डीजी दवा के कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं।
बताया जाता है कि ट्रायल के दौरान, सामान्य और गंभीर कोरोना मरीजों को यह दवा दी गई। सभी मरीजों को इस दवा से फायदा ही हुआ, किसी पर कोई प्रतिकूल प्रभाव देखने को नहीं मिला। इससे यह कहा जा सकता है कि इस दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है।