केरला स्टोरी -2 पर कर रहें काम।
इंदौर प्रेस क्लब में आएँ केरला स्टोरी के पटकथा लेखक सूर्यपाल सिंह।
देश पहले की मानसिकता होना ज़रूरी-सूर्यपाल सिंह।
इन्दौर : केरला स्टोरी की कहानी हकीकत है। केरला की तरह लव जिहाद जैसे मामले देश के कई राज्यों में लगातार हो रहे हैं।उनको लेकर जन जागरूकता जरूरी है। फिल्में जनता में जागरूकता लाती है, यही काम देश में केरला स्टोरी ने किया। हमेशा देश पहले हो यह मानसिकता रखना जरूरी है। ये बात इन्दौर प्रेस क्लब में चाय पर चर्चा के दौरान केरला स्टोरी के पटकथा लेखक सूर्यपाल सिंह ने कहीं।
शनिवार को इंदौर प्रेस क्लब में पधारे सूर्यपाल सिंह का प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी व मातृभाषा उन्नयन संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ ने स्वागत किया।
केरला स्टोरी -2 पर कर रहे काम।
सूर्यपाल सिंह ने कहा कि वे अब केरला स्टोरी – 2 पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल के जीवन पर पटकथा लेखन भी कर रहे हैं।
इंदौर में भी हो फिल्मसिटी।
सूर्यपाल सिंह ने कहा कि इंदौर फिल्मसिटी के लिए मुफीद जगह है। प्रदेश सरकार को ‘हवाई अड्डे के आस-पास जमीन देखकर फ़िल्मसिटी को आकार देना चाहिए। बाद में निवेशक अपने ख़र्च पर सेट इत्यादि बनाकर फिल्म, सीरियल और वेब सीरीज आदि की शूटिंग के लिए स्थान मुहैया करा सकते हैं।
कारसेवकों के बलिदान पर भी बनें फिल्म।
सूर्यपाल सिंह ने यह भी कहा कि सैकड़ों वर्षों के संघर्ष और अनगिनत बलिदानों के बाद रामलला अपने मंदिर में विराजित होने जा रहे हैं। इस पूरे संघर्ष और खासतौर पर कारसेवकों के बलिदान पर भी फ़िल्में बनना चाहिए।
चर्चा के दौरान प्रेस क्लब के कोषाध्यक्ष संजय त्रिपाठी, वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र कोपरगांवकर, मुकेश तिवारी, बालकृष्ण मूले, मार्टिन पिंटो सहित जलज व्यास, पारस बिरला, योगेश चंदेल आदि मौजूद रहें।