इंदौर : पूर्व विधायक गोपीकृष्ण नेमा ने रविवार को डीआईजी मनीष कपूरिया से मुलाकात की। नेमा ने डीआईजी से चर्चा के दौरान अनुरोध किया कि नकली रेमडेसीवीर इंजेक्शन बनाने वालों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाए।
पूर्व विधायक गोपीकृष्ण नेमा ने बताया इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले व नकली इंजेक्शन बनाकर सप्लाई करने वाले लोगों को पुलिस ने हाल ही में पकड़ा है। उनसे पूछताछ में यह बात सामने आई है की बेच नंबर 24 6039 ए के इंजेक्शन, व्यक्तिगत भी बेचे गए हैं व इंदौर के हॉस्पिटलों में भी सप्लाई किए गए हैं। उन्होंने डीआईजी कपूरिया से कहा है कि पुलिस इस बात की सख्ती से जांच करें कि कौन कौन से अस्पताल में यह इंजेक्शन सप्लाई हुए हैं और उन अस्पतालों में किन-किन मरीजों पर इनका उपयोग किया गया है।
ये भी पता लगाया जाना चाहिए कि इंजेक्शन लगने के बाद बीमार की क्या स्थिति है..? वह जिंदा है अथवा मृत हो गया, अगर इन इंजेक्शन से लगने पर कोई मरीज मृत्यु को प्राप्त हुआ है तो इन कालाबाजारी करने वालों पर नकली इंजेक्शन बनाकर बेचने के अपराध के साथ हत्या का प्रकरण भी दर्ज होना चाहिए।
प्रशासन द्वारा इस तरह की कार्रवाई करने से एक कठोर संदेश अपराधियों के लिए जाएगा।
गोपी नेमा के मुताबिक डीआईजी कपूरिया ने इस बात पर सहमति जताई। उन्होंने आश्वस्त किया है कि पुलिस, सुझाए गए बिंदुओं पर भी निश्चित रूप से काम करेगी और यह जानकारी निकालेगी की इंजेक्शन के उपयोग के बाद बीमार की क्या स्थिति रही..? महामारी के दौर में इस तरह के अपराध करने वालों को किसी भी हालत में नहीं बख्शा जाएगा। पुलिस की कोशिश रहेगी कि इन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।