इंदौर : इंदौर नगर निगम द्वारा की गई टैक्स वृद्धि के विरोध में गुरुवार को कांग्रेस ने जन जागरण अभियान शुरू किया। विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 के विधायक एवं आगामी नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के महापौर पद के संभावित प्रत्याशी संजय शुक्ला सहित कांग्रेस के तमाम बड़े नेता इस टैक्स वृद्धि के विरोध में बड़ा गणपति चौराहा पर एकत्रित हुए। पहले विधायक संजय शुक्ला और शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने बड़ा गणपति मन्दिर में पूजा- अर्चना की। बाद में यहां से कांग्रेस के सारे नेता जन जागरण अभियान के लिए शहर भ्रमण पर निकले ।इस अभियान में प्रदेश के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, जीतू पटवारी, विधायक विशाल पटेल, पूर्व विधायक अश्विन जोशी, सत्यनारायण पटेल, पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरजीत सिंह चड्ढा ,शेख अलीम, राजेश चौकसे, चिंटू चौकसे के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस जन शामिल थे। एक वाहन पर सवार होकर निकले ये कांग्रेसी नेता जनता को निगम द्वारा की गई टैक्स वृद्धि की जानकारी देने और उसके विरोध के लिए मैदान संभालने की अपील कर रहे थे।
जिंसी, इमली बाजार होते हुए ये नेता राजवाड़ा पहुंचे। इसके बाद जवाहर मार्ग, मधुमिलन चौराहा, गीता भवन चौराहा, पलासिया चौराहा, विजय नगर चौराहा, पाटनीपुरा, परदेशीपुरा होते हुए मालवा मिल चौराहा पहुंचकर कांग्रेसियों का जनजागरण अभियान समाप्त हुआ।
कर वृद्धि सरकार की मनमानी का परिचायक है।
कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला ने कहा है कि राज्य सरकार द्वारा जनता की मुसीबत बढ़ाने के लिए नगर निगम के माध्यम से यह कर बढ़ाए गए हैं । नगर निगम के अधिकारियों ने शासन के आदेशों का पालन करते हुए कर की दरों में वृद्धि की है । यह कर निगम की जरूरत का कर ना हो कर सरकार की मनमानी का कर है। राज्य सरकार इंदौर नगर निगम के अधिकार के 600 करोड़ रुपए रोक कर बैठी है। यह पैसा इंदौर को देने के बजाय यहां कर में वृद्धि कर नागरिकों से पैसा वसूलने का षड्यंत्र रचा गया है।
इंदौर की लड़ाई है, सभी मिलकर लड़ो
विधायक संजय शुक्ला ने प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और जनप्रतिनिधियों से भी कहा है कि यह इंदौर की लड़ाई है। इस लड़ाई में इंदौर की जनता के साथ सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को आकर खड़ा होना चाहिए । केवल बयान देकर टैक्स की दर बढ़ाने का विरोध करने के बजाय यह जरूरी है कि भोपाल जाकर प्रदेश के मुख्यमंत्री के समक्ष इस विरोध को प्रदर्शित किया जाए । इंदौर शहर की जनता के बीच में खड़ा होकर इस विरोध के स्वर को उठाया जाए और जनता को भरोसा दिलाया जाए कि उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा ।