इंदौर : भारतीय टीम के पूर्व विकेट कीपर नमन ओझा ने दो दशक तक घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सन्यास का ऐलान कर दिया। रणजी ट्रॉफी में विकेटकीपर के बतौर 351 शिकार अपने नाम करनेवाले नमन ने एक टेस्ट, एक वन डे और दो टी-20 में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया।
नमन ने कहा कि वे आईपीएल सहित अन्य टी-20 लीग में खेलना जारी रखेंगे। सन्यास की घोषणा करते हुए 37 वर्षीय नमन भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि वे पीठ दर्द से त्रस्त होने के चलते सन्यास ले रहे हैं। नमन ने एमपीसीए और बीसीसीआई का धन्यवाद किया। 17 वर्ष की उम्र में 2001 से घरेलू क्रिकेट में मप्र के प्रतिनिधित्व करने वाले नमन के लिए धोनी युग में राष्ट्रीय टीम में अधिक अवसर नहीं मिल पाए।
2010 में श्रीलंका के खिलाफ वन डे और जिम्बाब्वे के खिलाफ टी-20 के दो मुकाबले नमन ने खेले। भारत ए के साथ 2014 में ऑस्ट्रेलिया दौरे में अच्छी बल्लेबाजी की। उन्हें 2015 में टेस्ट टीम में लिया गया। श्रीलंका दौरे पर तीसरे टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में 21 और दूसरी में 35 रनों का योगदान दिया था।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 143 मैचों में अमन ने 41.67 की औसत से 9753 रन व रणजी में 7861 रन बनाए। विकेट के पीछे 54 स्टंपिंग सहित 471 शिकार करने वाले नमन ने कहा कि उन्हें अन्य राज्यों से भी घरेलू क्रिकेट खेलने का प्रस्ताव मिला था लेकिन उन्होंने परिवार की खातिर इसे अस्वीकार कर दिया।
नमन ओझा ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट से लिया सन्यास
Last Updated: February 17, 2021 " 04:15 am"
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