शहडोल : सरकार स्वास्थ्य सुविधाएं सुधारने के भले ही दावे करें लेकिन आम आदमी को आज भी इलाज के अभाव में भटकना पड़ता है।हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया के गृह क्षेत्र गुना में महज 5 रुपए के अभाव में एक मरीज ने सरकारी अस्पताल के बाहर दम तोड़ दिया था।अब शहडोल जिले से दिल दहला देने वाली खबर आई है। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते एक महिला का रास्ते में ही प्रसव कराना पड़ा।
यह है पूरा मामला…
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम देवरी निवासी राजकुमार चौधरी की पत्नी कुन्ती को बुधवार सुबह से ही प्रसव पीड़ा हो रही थी। परिजनों ने उसे अस्पताल पहुचाने के लिये कई बार एम्बुलेंस को फोन किया लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी। इधर कुन्ती की पीड़ा बढ़ती ही जा रही थी। अंततः परिजन उसे बाइक पर ही बिठाकर अस्पताल की ओर चल पड़े।
रास्ते में ही हो गया प्रसव…!
रास्ते में सोन नदी के समीप कुन्ती प्रसव वेदना से बुरीतरह तड़पने लगी। तब ग्रामीण नीतीश सिंह, गोपाल शर्मा और अनिल बर्मन ने सड़क पर ही उसका प्रसव कराने की व्यवस्था की। बगैर किसी चिकित्सकीय देखरेख और साधन के ही उक्त महिला का प्रसव कराना पड़ा। वह तो भगवान की कृपा रही कि महिला की सामान्य प्रसूति हो गई और कोई कॉम्प्लिकेशन नहीं हुआअन्यथा मां और बच्चे की जान संकट में पड़ सकती थी। बाद में ग्रामीणों की मदद से ही महिला व बच्चे को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां दोनों की सेहत ठीक बताई गई है।