इंदौर : नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे लोगों को जवाब देने के लिए इस कानून के समर्थक भी अब लामबंद होने लगे हैं। किसी भी कानून को समझने में जिन्हें महारत हासिल होती है वो विधि विशेषज्ञ याने वकील, नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में आगे आए हैं। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के तमाम अभिभाषक गुरुवार को रैली के रूप में रीगल तिराहा स्थित गांधी प्रतिमा पर पहुंचे। वे अपने हाथों में तख्तियां लिए हुए थे जिनके जरिये ये संदेश आम लोगों तक पहुंचाया जा रहा था कि नागरिकता संशोधन कानून में ऐसा कुछ नहीं है जो आपत्तिजनक हो। अभिभाषकों का कहना था कि देश के 130 करोड़ नागरिकों से इस कानून का कोई लेना- देना नहीं है। यह सिर्फ उन शरणार्थियों को नागरिकता देने के लिए बनाया गया कानून है जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में भेदभाव व प्रताड़ना का शिकार हुए हैं। वहां अपना सबकुछ गंवा चुके इन लोगों ने भारत में शरण ले रखी है। बरसों से वे भारत की नागरिकता देने की मांग कर रहे थे। इस कानून के जरिये उन्हें भारत के नागरिक होने का अधिकार दिया गया है।
हाईकोर्ट के अभिभाषकों ने लोगों से भी आग्रह किया है कि वे नागरिकता कानून को लेकर फैलाई जा रही अफवाहों से भ्रमित न हों। यह कानून नागरिकता देने के लिए है, छीनने के लिए नहीं।
नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में खड़ा हुआ हाई कोर्ट बार एसोसिएशन
Last Updated: December 19, 2019 " 04:07 pm"
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