इंदौर : शुक्रवार को इंदौर में फुटपाथ पर भीख मांगकर गुजारा करने वाले बुजुर्गों के साथ निगमकर्मियों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कड़ी नाराज़गी ज़ाहिर की है। उन्होंने जिला प्रशासन को इस घटना के दोषियों के ख़िलाफ़ ठोस कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद नगर निगम के उपायुक्त प्रताप सोलंकी को निलंबित कर दिया गया है। वहीं दो अन्य नगर निगम कर्मियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि इंदौर में कड़ाके की ठंड को देखते हुए बुजुर्ग भिक्षुकों को रैन बसेरा में शिफ़्ट करने के निर्देश दिए गए थे। उसी दौरान यह घटना प्रकाश में आयी। इस कार्य के सुपर विजन की नगर निगम के उपायुक्त प्रताप सोलंकी को ज़िम्मेदारी दी गई थी। उपायुक्त सोलंकी द्वारा कार्य में लापरवाही बरती गई। इस पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
रैन बसेरे में करना था शिफ्ट।
इधर नगर निगम द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि ठंड को देखते हुए भिक्षुकों को पूरी संवेदनशीलता के साथ रैन बसेरा में शिफ़्ट करने के निर्देश दिए गए थे। यह देखा गया था कि अनेक स्थानों पर भिक्षुक ठण्ड में रात बिता रहे हैं। नगर निगम द्वारा मानवीय पहल करते हुए उन्हें सुरक्षित ढंग से रैन बसेरा में शिफ़्ट करने के निर्देश दिए गए थे पर कतिपय कर्मचारियों ने लापरवाही और अमानवीयता का परिचय दिया। भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति नहीं हो इसके लिए सख्त कार्रवाई की जा रही है ।