उज्जैन :24 अप्रैल से श्री नागचंद्रेश्वर महादेव से बल प्राप्त कर 40 डिग्री की भीषण गर्मी में शुरू हुई 118 किलोमीटर लंबी पंचक्रोशी यात्रा के शुरू होते ही उज्जयनी सेवा समिति द्वारा एमपी मानसिंगका चेरिटीज मक्सी के सहयोग से उंडासा और पिंगलेश्वर पड़ाव से पंचक्रोशी महाप्रसाद भोजन सेवा प्रारंभ की गई थी जो 7 दिनों की पंचक्रोशी यात्रा के दौरान सभी पड़ावों एवम उप पड़ावों पर जारी रही पिंगलेश्वर,मेघदूत, करोहन,नलवा,बड़वई,अंबोदिया,कालियादेह महल,जेथल,उंडासा,सिद्धनाथ और श्री नागचंद्रेश्वर महादेव पर 30 अप्रैल को बल लौटने के साथ महाप्रसाद भोजन सेवा भी संपन्न हुई।
7 दिनों तक चली इस यात्रा के सभी पांच पड़ावों एवं उप पड़ावों पर समिति द्वारा निर्बाध रूप से महाप्रसाद भोजन सेवा की गई। प्रसादी में रोटी, लौंजी, मेथीदाना की लोंजी, खजूर की लोंजी ,मीठे चांवल, सूजी का हलवा,लापसी, बूंदी, भूरे कद्दू का पेठा,मिर्ची का ठेचा, सेव नुक्ति और प्याज परोसा गया। प्रतिदिन लगभग 23,000 तेईस हजार पंचक्रोशी यात्रियों ने भोजन महाप्रसाद ग्रहण किया।
उज्जयिनी सेवा समिति द्वारा की गई इस सेवा के मुख्य सहयोगी दानदाता समिति संरक्षक महावीर प्रसाद मानसिंगका , समिति के संयोजक घनश्याम पटेल, अध्यक्ष ओम अग्रवाल, उपाध्यक्ष सीपी हिंगड़, कोषाध्यक्ष नोतन चेतनानी, सचिव मुरली तोतला, संचालक गण गोविंद खंडेलवाल , चार्टर्ड अकाउंटेंट संजय अग्रवाल,एडवोकेट राजेंद्र समदानी, डा चंद्रशेखर खन्ना, एसीपी हरीश मोटवानी, कैलाश अग्रवाल, डा पीएम कुमावत ,उमेश गुप्ता ,सीताराम अग्रवाल,सहित समिति के सदस्य समाज सेवी बंधु और दानदाताओं का सहयोग रहा। स्टेट प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण खारीवाल और उनके साथियों ने भी महाप्रसाद भोजन सेवा में हाथ बंटाया।
एमपी मानसिंगका चेरिटीज द्वारा मक्सी स्थित भोजन शाला में अत्याधुनिक रोटी मशीनों से हजारों रोटियां प्रतिदिन एवम नित नए व्यंजन भोजन महाप्रसाद सेवा हेतु उज्जैन पड़ावों पर भेजे गए ।भोजन सेवा की समुचित व्यवस्था हेतु गोविंद खंडेलवाल ,विश्वजीत सिंह राठौड़ सरोज अग्रवाल और राम बाबू गोयल प्रमुख बनाए गए। नागचंद्रेश्वर पड़ाव हेतु मुरली तोतला,करोहन पड़ाव हेतु विश्वजीत सिंह राठौड़ , अंबोदिया पड़ाव हेतु नोतन चेतनानी,लक्ष्मीनारायण ठाकुर, निरंजन माहेश्वरी एवम उमेश गुप्ता,ओम प्रकाश जोशी, जैथल पड़ाव हेतु एवम कैलाश अग्रवाल को उंडासा पड़ाव हेतु पड़ाव प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई ।इस सेवा हेतु समिति द्वारा सभी पड़ावों एवम उप पड़ावों पर यात्रियों हेतु टेंट, लाइट, पानी की भी व्यवस्था की गई थी। महाप्रसाद भोजन सेवा व्यवस्था की गई।चार वाहन एवम 100 से अधिक कर्मचारी 24 घंटे मक्सी भोजन शाला से भोजन सामग्री लाने एवम सभी पड़ावों पर वितरण की सेवा में लगे रहे।