प्रदर्शनकारी युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं पर पुलिस का बलप्रयोग

  
Last Updated:  December 19, 2019 " 04:03 pm"

इंदौर : प्रदेश की कमलनाथ सरकार द्वारा एक साल बीतने के बावजूद युवाओं के साथ किये गए वादे पूरे नहीं किये जाने के खिलाफ भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने जिलास्तर पर प्रदेशव्यापी प्रदर्शन किया। इंदौर में कलेक्टर कार्यालय पर प्रदर्शन व घेराव कर रहे युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं को तितर- बितर करने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल करने के साथ लाठियां भी भांजी।

युवाओं के साथ वादाखिलाफी का कर रहे थे विरोध।

चुनाव के पूर्व कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में युवाओं को रोजगार देने, उन्हें रोजगार परक प्रशिक्षण देने और बेरोजगारों को 4 हजार रुपए प्रतिमाह भत्ता देने का वादा किया था। भारतीय युवा मोर्चा का आरोप है कि प्रलोभन देकर कांग्रेस ने युवाओं के वोट तो हासिल कर लिए लेकिन सत्ता में आकर एक साल बीतने के बाद भी कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने युवाओं और बेरोजगारों से किया एक भी वादा पूरा नहीं किया।युवाओं के साथ की गई इसी वादाखिलाफी और धोखाधड़ी के विरोध में यह प्रदर्शन किया गया।

पुलिस ने कर रखे थे व्यापक इंतजाम।

युवा मोर्चा के प्रदर्शन और घेराव को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने व्यापक इंतजाम कर रखे थे। कलेक्टर कार्यालय की सड़क को आवागमन के लिए बंद कर दोनों ओर बेरिकेटिंग कर दी गई थी। कलेक्टर तिराहे पर तो दोहरी बेरिकेटिंग करने के साथ दंगा विरोधी वाहन वज्र, वाटर कैनन और भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। एसपी पश्चिम अवधेश गोस्वामी खुद यहां कमान संभाले हुए थे। अधिकारियों के मुताबिक युवा मोर्चा को एक घंटे प्रदर्शन की अनुमति जिला प्रशासन ने दी थी।

काफी देर तक चली पुलिस- मोर्चा कार्यकर्ताओं के बीच जोर- आजमाइश।

युवा मोर्चा कार्यकर्ता अलग- अलग जत्थों में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। दोपहर सवा 12 बजे तक सैकड़ों की संख्या में मोर्चा कार्यकर्ता एकत्रित हो चुके थे। गौरव रणदिवे और मनस्वी पाटीदार की अगुवाई में पहला बेरिकेटिंग लांघकर कार्यकर्ता दूसरे बेरिकेट्स तक पहुंच गए। बीजेपी के झंडे के साथ थाल बजाते हुए मोर्चा कार्यकर्ता कमलनाथ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे।इस बीच हरसिद्धि मन्दिर से जुलूस के रूप में पहुंचे कार्यकर्ताओं के जत्थे ने दूसरी तरफ से नारेबाजी शुरू कर दी। इसको देखकर पुलिस की परेशानी बढ़ गई। आनन- फानन में उसने कलेक्टर तिराहे पर बेरिकेटिंग लांघकर आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन से पानी की तेज बौछार कर दी। इसी के साथ लाठियां भांजकर कार्यकर्ताओं को दौड़ा दिया। इससे अफरा- तफरी मच गई। हालांकि कुछ ही देर में कार्यकर्ता पुनः लौट आए और प्रदेश सरकार के खिलाफ थाल बजाते हुए नारेबाजी करने लगे। काफी देर तक ये सिलसिला चलता रहा। अलग- अलग जत्थों में नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं को पुलिस लाठियां भांजकर खदेड़ने का प्रयास करती रही। अंततः युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने अपनी गिरफ्तारी दी। सैकड़ों कार्यकर्ताओं को पुलिस ने वाहनों में भरकर जेल पहुंचाया। एक बैलगाड़ी में सवार होकर आए कार्यकर्ताओं को भी पुलिस ने हिरासत में लेने के साथ बैलगाड़ी भी जब्त कर ली।

शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज।

युवा मोर्चा पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार के खिलाफ वे शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, पुलिस ने बेवजह कार्यकर्ताओं पर लाठियां भांजी और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।

पुलिस का बयान, हल्का बल प्रयोग किया।

पुलिस अधिकारियों ने लाठीचार्ज के आरोप का खंडन करते हुए कहा कि बेरिकेट्स लांघने का प्रयास कर रहे युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पानी की बौछार के साथ न्यूनतम बलप्रयोग किया गया। उनका कहना था कि प्रदर्शन के लिए केवल एक घंटे की अनुमति दी गई थी लेकिन कार्यकर्ता आंदोलन को लम्बा खींचने में लगे रहे। प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर जेल भेजा गया।

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