मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर नगर निगम के नवनिर्मित परिषद सभागृह का शुभारंभ किया।
इंदौर नगर निगम के भवन निर्माण के लिए 50 करोड़ रूपये देने की घोषणा की।
इंदौर : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में नगर निगमों सहित अन्य स्थानीय निकायों को और अधिक अधिकार संपन्न बनाया जाएगा इससे विकास को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के भी प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने इंदौर नगर निगम के निर्माणाधीन भवन के कार्य को पूर्ण करने के लिये 50 करोड़ रूपये देने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव शुक्रवार को इंदौर नगर निगम के नवनिर्मित परिषद सभागृह के शुभारंभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम के सभापति मुन्नालाल यादव मंचासीन थे।
अटलजी के नाम सभागृह का नामकरण गौरव की बात।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इंदौर भाग्यशाली है कि वह दो ज्योर्तिलिंगों के मध्य स्थित है। यहाँ अहिल्या माता जैसी कुशल एवं कर्मठ प्रशासक रही हैं। उन्होंने कहा कि अहिल्या माता का इंदौर के विकास में विशेष योगदान है। उन्होंने अन्य शहरों और धर्मस्थलों में भी विशेष विकास कार्य करवाए और मंदिरों का जीर्णोद्धार करवाया। हमें उनसे प्रेरणा लेना चाहिये। डॉ. यादव ने कहा कि इंदौर नगर निगम के नवनिर्मित परिषद सभागृह का नाम भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी वाजपेयी के नाम से रखना गौरव की बात है। स्व. श्री वाजपेयी ने लोकतांत्रिक व्यवस्था को गौरवान्वित किया तथा उच्च आदर्श मापदण्ड स्थापित किए ।
नगरीय निकायों को अधिकार संपन्न और स्वावलंबी बनाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश को देश का नंबर एक राज्य बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि विकास में स्थानीय निकायों की अहम भूमिका है। इसको देखते हुए उन्हें और अधिक अधिकार संपन्न और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जाएंगे। इससे विकास को नई गति और नई दिशा मिलेगी। उन्होंने इंदौर नगर निगम के निर्माणाधीन भवन के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने के लिये 50 करोड़ रूपये देने की घोषणा की।
पार्षद अध्ययन करें और तथ्यों के साथ अपनी बात रखें।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर में नगर निगम द्वारा अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त सुंदर सदन का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि सदन में सकारात्मक चर्चा हो। सभी जनप्रतिनिधि पूर्ण अध्ययन के साथ चर्चा में भाग लेवें। तथ्यों के साथ अपनी बात को रखें। उन्होंने कहा कि पार्षदों को अध्ययनशील बनना चाहिये। पार्षद विधायिका की पहली सीढ़ी है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से कहा कि वे पदों का निर्वहन पूर्ण ईमानदारी एवं मेहनत के साथ जनता के हित में करें। सुंदर सदन में शहर की सुंदरता के काम हो, यह सुनिश्चित किया जाए ।उन्होंने कहा कि इंदौर शहर के विकास में पूरी मदद दी जायेगी। शहर के विकास में कोई कोर कसर नहीं रखी जाएगी।
स्वागत भाषण देते हुए इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि इंदौर शहर को तेज गति से विकसित किया जा रहा है। शहर को सोलर सिटी एवं डिजिटल सिटी के रूप में विकसित करने के नवाचार भी शुरू किए गए हैं। इंदौर में विकास के क्षेत्र में हो रहे नवाचार से शहर को देश में विशेष स्थान मिलेगा। उन्होंने कहा कि नवनिर्मित परिषद सभागृह का नामकरण भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से किया गया है। उन्होंने कहा कि सदन में संसदीय मर्यादाओं का पूरा पालन किया जाएगा। प्रयास किये जाएंगे की सदन में लोकतांत्रिक मूल्यों की नई गाथा लिखी जाए।
कार्यक्रम में इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, युवा आयोग के अध्यक्ष निशांत खरे, विधायक महेन्द्र हार्डिया, श्रीमती मालिनी गौड़, रमेश मेंदोला, मधु वर्मा व गोलू शुक्ला, वरिष्ठ नेता सत्यनारायण सत्तन, गौरव रणदिवे, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, जीतू जिराती, गोपीकृष्ण नेमा, सुरजीत सिंह चड्डा, नगर निगम में विपक्ष के नेता चिंटू चौकसे सहित एमआईसी सदस्य, अन्य पार्षद, पूर्व पार्षद आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन कमल वाघेला ने किया। अंत में नगर निगम के सभापति मुन्नालाल यादव ने आभार व्यक्त किया।