इंदौर : मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की पहल पर 01और 02 मार्च को उनके गृह जिले उज्जैन में रीजनल इंडस्ट्री कॉनक्लेव आयोजित की जा रही है। मुख्यमंत्री की मंशा है कि प्रदेश के सभी जिलों में उद्यम और रोजगार के समान अवसर पैदा हो, जिसके चलते ये प्रयोग उज्जैन से शुरू किया जा रहा है। डॉ.मोहन यादव ने मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश में औद्योगिकरण के महत्व को समझते हुए मध्यप्रदेश औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग को स्वयं के पास रखा एवं अपनी मंशा स्पष्ट कर दी कि प्रदेश में औद्योगिकरण केवल कुछ जिलों तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि औद्योगिक इकाईयों को विशेष लाभ देते हुए अन्य पिछड़े क्षेत्रों में विशेषकर औद्योगिकरण को बढ़ावा दिया जाएगा । उनकी मंशा के अनुसार ही उज्जैन, शहडोल, सागर, नर्मदापुरम एवं चम्बल में नवीन क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किए गए। उज्जैन रिजनल इण्डस्ट्री कॉनक्लेव की तर्ज पर अन्य क्षेत्रों में भी रिजनल इण्डस्ट्री कॉनक्लेव किए जाने की भी उनकी मंशा है ।
पांरपरिक रूप से प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी इन्दौर में वृहत स्तर पर जी.आई.एस आयोजित होती रही है। मगर अब उज्जैन में नए स्वरूप के साथ इसका आयोजन किया जा रहा है, साथ ही ग्वालियर की तर्ज पर व्यापार मेला भी लगेगा, जिसमें वाहनों सहित अन्य सामानों पर 50 फीसदी की छूट मिलेगी। धार्मिक नगरी उज्जैन को अब व्यापार-व्यवसाय की दृष्टि से विकसित करने की डॉ. मोहन यादव की ये पहल सराहनीय है । 01 मार्च को मुख्यमंत्री की मौजूदगी में इस कॉनक्लेव का शुभारंभ होगा। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी भौजूद रहेंगे। मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा के स्वागत भाषण के बाद प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह प्रदेश में निवेश की संभावनाएं, पॉलिसी और अवसर को लेकर प्रेजेंटेशन देंगे तो एमएसएमई और स्टार्टअप पर पी. नरहरी जानकारी रखेंगे। वहीं एम.पी.आई.डी.सी. के प्रबंध संचालक चंद्रमौली शुक्ल भी निवेश के अवसर और उनके विभाग द्वारा तैयार किए लैंड बैंक सहित पॉलिसी पर फोकस करेंगे। इस दो दिवसीय आयोजन में लगभग 2000 छोटे-बड़े उद्यमी, निवेशक शामिल होंगे। यू.एस.ए., मंगोलिया और फिजी का सरकारी प्रतिनिधिमंडल भी शिरकत करेगा तो साउथ कोरिया, जर्मनी और जापान के व्यापारिक प्रतिनिधि मंडल भी पहुंचेंगे।
उज्जैन की ये कॉन्क्लेव इन्दौर सहित मध्यप्रदेश के लिए भी फायदेमंद साबित होगी और संभावनाओं के नए द्वार खुलेंगे ।
उज्जैन में आयोजित हो रहे रिजनल इण्डस्ट्री कॉनक्लेव में बॉयर-सेलर्स मीट का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें लगभग 2500 बॉयर-सेलर्स के उपस्थित होने की संभावना है। इनमें से अधिकांश ने रजिस्ट्रेशन भी करा लिया है। प्रमुख उद्योगपतियों के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव वन-टू-वन मीटिंग भी करेंगे। जिसकी कार्ययोजना भी तैयार की गई है । मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान ही लगभग 20-25 औद्योगिक इकाईयों का भूमि पूजन एवं लोकर्पण भी वर्चुअली करेंगे।
मध्यप्रदेश के विकास को दर्शाते हुए एम.पी. पैवेलियन में प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है। इसके अतिरिक्त मध्यप्रदेश औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग द्वारा पृथक से प्रदर्शनी लगाई जा रही है, जिसमें विभिन्न औद्योगिक इकाइयों द्वारा अलग-अलग सेक्टर्स के उत्पादों एवं तकनीकों का प्रदर्शन किया जाएगा। पूर्व में आयोजित समिट के इतर इन्टेन्ट के स्थान पर एक्शन पर फोकस होगा। जहाँ मुख्यमंत्री के हाथों से लगभग 100 इकाइयों को आशय पत्र, आवंटन पत्र दिए जाएंगे। इसी दिशा में प्रबंध संचालक चंद्रमौली शुक्ल द्वारा विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों को पूर्व में हुए इन्टेन्ट एवं वर्तमान में जिन औद्योगिक इकाइयों द्वारा भूमि की मांग की जा रही है, उनकी पहचान करते हुए भूमि के आवंटन की कार्रवाई शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश क्षेत्रीय कार्यालयों के कार्यकारी संचालकों को दिए गए है।
उज्जैन में आयोजित हो रहे कॉनक्लेव के दृष्टिगत प्रबंध संचालक द्वारा उज्जैन तथा इन्दौर में स्थानीय औद्योगिक संगठनों, चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स, क्रेडाई, प्रमुख औद्योगिक इकाइयों की बैठक का आयोजन किया जा रहा है। उज्जैन में 23 फरवरी 2024 को होटल रुद्राक्ष में प्रबंध संचालक की अध्यक्षता में बैठक होगी, जिसमें प्रदेश में औद्योगिकरण को बढ़ावा देने के लिए एम.पी.आई.डी.सी. द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी भी दी जाएगी ।