सभागार में प्रवेश नहीं दिए जाने को प्रवासी भारतीयों ने बताया था अपमानजनक।
इंदौर : प्रधानमंत्री मोदी की प्रवासी भारतीय सम्मेलन में मौजूदगी के दौरान कई प्रवासी भारतीयों को सभागार में प्रवेश नहीं मिलने से जुड़े घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने खेद व्यक्त करते हुए माफी मांगी है।
जगह भले छोटी पड़ गई, दिलों में प्यार भरपूर है।
मुख्यमंत्री ने माफी मांगने के साथ प्रवासी भारतीयों के आक्रोश को ठंडा करते हुए कहा कि हॉल छोटा पड़ जाने की वजह से कई लोगों को प्रवेश नहीं मिल पाया पर हमारे दिल में प्रवासी भारतीयों के लिए भरपूर प्यार और जगह है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रवासी भारतीय सम्मेलन में आगमन के काफी समय पूर्व ही हॉल के दरवाजे बंद कर दिए गए थे। कई प्रवासी भारतीय जब सम्मेलन स्थल पहुंचे तो उन्हें ये कहकर हॉल में प्रवेश नहीं दिया गया की सभी सीटें भर गई हैं और हॉल में अब जगह नहीं है। इसपर प्रवासी भारतीयों ने व्यवस्थाओं को लेकर नाराजगी जताते हुए प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया। उनका कहना था कि वे प्रधानमंत्री मोदी को लाइव देखने – सुनने के लिए लालयित थे। टीवी पर देखना होता तो वे यहां आते ही क्यों..? प्रवासी अतिथियों का का कहना था कि शासन – प्रशासन को पता था कि कितने लोग आ रहे हैं, उनके हिसाब से बैठने की जगह और व्यवस्था तय की जानी चाहिए थी। हॉल में प्रवेश नहीं दिए जाने से उन्हें अपमानित महसूस हुआ। इसी लिए उन्होंने मीडिया के समक्ष अपनी नाराजगी प्रकट की थी।