प्रवासी मजदूरों के लिए प्रदेश सरकार ने किया भोजन और बसों का इंतजाम

  
Last Updated:  May 12, 2020 " 05:03 pm"

इंदौर :महाराष्ट्र, गुजरात व अन्य प्रदेशों से पैदल चलकर मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों में आ रहे सभी श्रमिकों के लिये मप्र सरकार ने अस्थाई रूप से ठहरने, भोजन, पेयजल, प्राथमिक उपचार एवं दवाओं की व्यवस्था की है। ऐसे मजदूरों को बसों के माध्यम से उनके जिलों तक पहुँचाने तथा अन्य राज्यो के मजदूरों को मध्यप्रदेश की सीमा तक छुड़वाने के लिये 375 अतिरिक्त बसो की व्यवस्था की गई है।इस कार्य-योजना को अमले में लाने के लिए सीमावर्ती जिलों में ट्रांजिट पाइंट बनाये गए हैं, जहाँ से स्थानीय प्रशासन के सहयोग से श्रमिकों को सकुशल उनके गृह नगर/ग्राम पहुँचाया जाएगा।

जिला कलेक्टरों को दिए आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश।

प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों में आ रहे श्रमिकों की बड़ी संख्या को देखते हुए राज्य शासन ने प्रभावी कार्य-योजना तैयार कर जिला कलेक्टर्स को सभी आवश्यक बंदोबस्त करने के निर्देश दिये है। जिलों में अभी तक जो व्यवस्थाएँ की गयी थी। उसके अतिरिक्त नयी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित कर श्रमिकों को सभी सहूलियतें दी जा रही है। कार्य-योजना पर 12 मई से संबंधित जिलों में कार्य प्रारंभ हो गया है। कार्य-योजना में रिक्वीजीशन की जाने वाली बसों के लिये 70 प्रतिशत अग्रिम भुगतान की व्यवस्था भी की गई है, जिससे श्रमिकों को परिवहन व्यवस्था उपलब्ध करवाने में कठिनाई का सामना न करना पड़े।

देवास, गुना में बनेंगे ट्रांजिट पॉइंट।

प्रदेश सरकार की कार्य-योजना में संबंधित जिला कलेक्टर्स को कहा गया है कि मध्यप्रदेश के महाराष्ट्र सीमा पर सेंधवा (बीजासन)-देवास, देवास-गुना, गुना-शिवपुरी होते हुए झांसी उत्तरप्रदेश सीमा तक और गुना-शिवपुरी-ग्वालियर-भिंड होते हुए उत्तरप्रदेश सीमा तक श्रमिकों को छोड़ने के लिए देवास एवं गुना में ट्रांजिट पांइट बनाए जा सकते हैं। देवास से छतरपुर मार्ग पर दौलतपुर (सीहोर) ट्रांजिट पाइंट बनाया जा सकता है। दौलतपुर (सीहोर) से ही मालथौन एवं दौलतपुर-सागर-छतरपुर होते हुए महोबा-उत्तरप्रदेश सीमा तक श्रमिकों को ले जाने के इंतजाम करने को कहा गया है। इन ट्रांजिट पाइंट पर आराम करने के लिये शेड, भोजन, चाय-पानी, फर्स्ट एड एवं आवश्यक दवाइयों का प्रबंध करने के भी निर्देश दिए गए हैं।इन ट्रांजिट पाइंट पर कुछ वाहन भी रखे जाएं जिससे श्रमिकों की अदला-बदली होकर उन्हें आगे प्रदेश की सीमा पर पहुँचाने की व्यवस्था हो सके।

सीमावर्ती जिलों में बसों का इंतजाम।

मध्यप्रदेश के ऐसे सीमावर्ती जिलों में बसों की व्यवस्था की जा रही है, जहाँ बड़ी संख्या में श्रमिक आ रहे हैं। इनमें महाराष्ट्र सीमा सेंधवा-देवास मार्ग के लिये 100 बस, देवास-गुना के लिए 50, देवास-सागर के लिए 40, गुना-भिण्ड (उत्तरप्रदेश सीमा) के लिए 20, गुना-दीनारा (झॉंसी-उत्तरप्रदेश सीमा) के लिए 80 बस, मुरैना-ग्वालियर-दतिया-झाँसी के लिए 25, देवास-दौलतपुर(सीहोर) के लिए 10, दौलतपुर(सीहोर)-सागर-मालथौन के लिए 25, दौलतपुर(सीहोर)-सागर-छतरपुर (महोबा उत्तरप्रदेश सीमा) के लिए 25 बसों की व्यवस्था की गई हैं।

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