वैश्विक प्रतिस्पर्धा से मुकाबला करने के लिए अपने ज्ञान को बढ़ाएं : प्रो. श्राइडर।
माता – पिता और शिक्षक से मिलने वाली शिक्षा को दें महत्व: मनोज जैन।
मध्यभारत का सबसे बड़ा शिक्षा समूह बन रहा है प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान : डॉ. डेविश जैन।
इंदौर : भारत वैश्विक मंच पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। यह समय की मांग है कि आने वाली पीढ़ी, वैश्विक व्यापार के दिग्गजों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए अपने वैश्विक ज्ञान को बढ़ाए। यह बात लॉगबोरो विश्वविद्यालय के प्रोफेसर गेरहार्ड श्नाइडर ने रेडिसन ब्लू होटल में आयोजित प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड रिसर्च के शिक्षा सत्र 2023 -25 के एमबीए तथा पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन के नवप्रवेशित छात्र – छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कही। लॉगबोरो विश्वविद्यालय के अन्य अतिथि प्रोफेसर ग्रेगरी स्कॉट जैक्सन ने नवप्रवेशित छात्रों को उनके उज्जवल भविष्य हेतु शुभकामना प्रेषित करते हुए कहा कि वे इंदौर की स्वच्छता और आतिथ्य से अभिभूत हैं।
छात्र माता पिता, शिक्षक से मिलने वाली शिक्षा को महत्व दें : मनोज जैन।
दीक्षारंभ समारोह के विशिष्ट अतिथि और श्रीराम लाइफ इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक मनोज जैन ने छात्रों से हमेशा अपने माता-पिता और शिक्षक से मिलने वाली शिक्षा को महत्व देने का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि जीवन का कोई शॉर्टकट नहीं है और कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है।
दीक्षारम्भ, दीक्षांत समारोह नदी के दो तटों के समान : डेविश जैन।
प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी के चांसलर तथा प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन के चेयरमैन डॉ. डेविश जैन ने अपने संबोधन में कहा कहा कि एमबीए छात्रों का दीक्षारम्भ तथा दीक्षांत समारोह नदी के दो तटों के समान है, जिनमें विद्यार्थी एक किनारे से दूसरे किनारे तक निरंतर प्रयास कर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की आशा के साथ आगे बढ़ते रहते हैं। उन्होंने कहा कि 1994 में, प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन की शुरुआत सिर्फ एक छोटी सी इमारत से हुई थी, लेकिन अब यह गर्व से मध्य भारत का सबसे बड़ा शिक्षा समूह बन रहा है। डॉ जैन ने कहा कि प्रेस्टीज एजुकेशन फाउंडेशन निरंतर अपने समूह का विस्तार कर रहा है। इंदौर में विश्व स्तरीय प्रेस्टीज यूनिवर्सिटी की स्थापना के बाद मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी अपने शिक्षण संस्थान का विस्तार किया है।
प्रेस्टीज संस्थान ने पाठ्क्रम में नए कोर्सेज का समावेश किया: देबाशीष मल्लिक।
प्रेस्टीज प्रबंध संस्थान के वरिष्ठ निदेशक डॉ. देबाशीष मल्लिक ने कहा कि संस्थान द्वारा नई शिक्षा नीति के दृष्टिगत महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं।पिछले
एक साल में पीआईएमआर ने बेहतर रोजगार के नए अवसर पैदा करने के लिए पाठ्यक्रम में सिमुलेशन, डिजाइन थिंकिंग और एंटरप्रेन्योरियल माइंडसेट जैसे विषयों को शामिल किया है। दीक्षारंभ समारोह के दौरान संस्थान के 940 नवप्रवेशित छात्र – छात्राओं को दीक्षा के प्रतीक के रूप में पीला धागा बांधा गया। कार्यक्रम के अंत में संस्थान के डीन डॉ. राजा रॉय चौधरी ने एडमिशन कोर कमेटी की सराहना की तथा सभी उपस्थित अतिथियों का उनकी गरिमामयी उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रेस्टीज म्यूजिक क्लब के छात्र छात्राओं द्वारा संगीतमय प्रस्तुतियां भी दी गयी।