प्रतिस्पर्धा में प्रथम स्थान पर रही शॉर्ट फिल्मों को किया पुरस्कृत।
अभिनेता राजेंद्र गुप्ता और अन्य कलाकारों ने स्टूडेंट्स को दी अभिनय व फिल्म निर्माण से जुड़े विभिन्न आयामों की जानकारी।
इंदौर : प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड रिसर्च के डिपार्टमेंट ऑफ़ मास कम्युनिकेशन द्वारा स्कीम न.74 स्थित यूजी परिसर में आयोजित तीन दिवसीय प्रेस्टीज अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव के अंतिम दिन अभिनेता राजेंद्र गुप्ता ने बच्चों की मास्टरक्लास ली। उन्होंने कहा कि हर क्रिएटिव फ़ील्ड में निरंतर प्रयास करना चाहिए, शॉर्टकट जैसी कोई चीज़ नहीं होती। धैर्य रखें और असफलता से निराश न हों। राजेंद्र गुप्ता ने बच्चों के सवालो के जवाब भी दिए।
कहानी लिखने के सिखाए गुर।
इसके अलावा ख़ास चर्चा में शामिल हुए दीपक पचौरी (टीवी/ फ़िल्म राइटर, निर्देशक एवं कला निर्देशक) ने स्टूडेंट्स को किसी भी कहानी को लिखने के तीन मूल मंत्र बताए- पढ़ना, शोध करना और अवलोकन (ऑब्जरवेशन)।
कई शॉर्ट फिल्मों की हुई स्क्रीनिंग।
डॉ नेमनाथ जैन (पद्मश्री अवार्ड) 48 आवर्स फ़िल्म मेकिंग कंपीटीशन में राजेंद्र गुप्ता, मुनीशा राजपाल और दीपक पचौरी ने प्रतिभागियों को फ़िल्म के तकनीकि पक्ष और कंटेंट को लेकर उपयोगी जानकारी दी। इसके बाद कई शॉर्ट फिल्मों का प्रदर्शन किया गया। एमेच्योर केटेगरी में ‘कला-काँड और प्रोफेशनल केटेगरी में ‘सिबलिंग्स’ शॉर्ट फिल्म को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया।