इंदौर, उज्जैन के अलावा कई राज्यों में आरोपी ने धोखाधड़ी करना कबूला।
इंदौर: फर्जी टीटीई बनकर आरक्षित रेलवे टिकट बनवाकर देने के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी करने वाले बदमाश को जीआरपी, इंदौर ने बंदी बनाया है। आरोपी के खिलाफ जीआरपी थाना उज्जैन में प्रकरण पंजीबद्ध था। उसे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पकड़ा गया। आरोपी शातिर बदमाश होकर उसने कई राज्यों में लोगों के मोबाइल व नकदी चुराने की वारदातें स्वीकार की हैं। वह अपनी महिला मित्र के साथ अय्याशी करने के लिए लोगों के साथ धोखाधड़ी करता था। एसपी जीआरपी निवेदिता गुप्ता ने यह जानकारी दी।
उज्जैन में महिला के साथ की थी धोखाधड़ी।
एसपी जीआरपी, निवेदिता गुप्ता ने बताया कि आरोपी ने फर्जी टीटीई बनकर उज्जैन के प्लेटफार्म नंबर -1 पर स्थित बुकिंग विंडो के पास खड़ी फरियादी प्रियंका मीणा और उसके पति विक्रम मीणा निवासी माधोपुर जिला सीकर, राजस्थान को भरोसे में लिया और महिला का वीवो कंपनी का मोबाइल, एटीएम कार्ड प्राप्त कर लिया। पिन नंबर की जानकारी भी उसने प्राप्त कर ली और आरक्षित टिकट लाकर देने झांसा देते हुए वहां से फरार हो गया। उज्जैन स्टेशन के बाहर एटीएम से उसने फरियादी प्रियंका मीणा के खाते से 11,100 रूपए भी निकाल लिए। फरियादी प्रियंका की रिपोर्ट पर थाना जीआरपी, उज्जैन में अपराध क्रमांक 38/23 पंजीबद्ध किया गया। जीआरपी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान कर उसे धर – दबोचा। उसके कब्जे से फरियादी का वीवो कंपनी का रूपए 40 हजार कीमत का मोबाइल बरामद कर लिया गया। एटीएम से निकाले पैसे उसने अपनी प्रेमिका पर खर्च कर दिए थे। आरोपी ने पूछताछ में अपना नाम प्रशांत पंडा पिता अर्खित पंडा निवासी रूपी नगर पुणे, महाराष्ट्र का होना बताया। आरोपी ने पूर्व में भी इंदौर रेलवे स्टेशन पर फरियादी रहीम शा के साथ रेलवे का अधिकारी बनकर धोखाधड़ी की थी। आरोपी ने उसका रेडमी कंपनी का मोबाइल, आधार कार्ड ले लिया था, इसपर से थाना जीआरपी, इंदौर पर अपराध क्रमांक 14/23 धारा 379,419,420,406 आईपीसी और 65,66(C), 66(D) आईटी एक्ट के तहत पंजीबद्ध किया गया। आरोपी प्रशांत पंडा के कब्जे से अभी तक कुल 08 मोबाइल (कीमत 1,53,000) बरामद हुए हैं।
धोखाधड़ी कर हासिल फोन ओएलएक्स पर बेचता था।
जीआरपी, एसपी निवेदिता गुप्ता ने बताया कि आरोपी ने तेलंगाना, राजस्थान, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली, कर्नाटक और उड़ीसा में भी धोखाधड़ी कर कुल 79 मोबाइल व नकदी चुराना कबूला। आरोपी चुराए मोबाइल ओएलएक्स पर अपलोड कर बेच देता था। आरोपी की महिला मित्र को भी आरोपी बनाया गया है, हालांकि अभी उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।