कुछ लोगों के कांग्रेस में जाने को विलय कहना गलत।
बजरंग सेना राष्ट्रवादी विचारधारा का समर्थन करती रहेगी।
बजरंग सेना सिर्फ हिंदू संगठन का ही सहयोग करेंगी।
इंदौर : कांग्रेस की विचारधारा और बजरंग सेना की विचारधाराओं में काफी असमानता है।बजरंग सेना के सिर्फ 4 पदाधिकारी ही कांग्रेस में गए हैं।बजरंग सेना पूर्ण रूप से हिंदूवादी संगठन है और हिंदू संगठनों का ही सहयोग करेगा।
यह जानकारी बजरंग सेना के अजय दुबे, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अभिषेक व्यास, राष्ट्रीय अध्यक्ष गौ रक्षा विशाल ठाकुर राष्ट्रीय महासचिव अभय दुबे, राष्ट्रीय मंत्री व्यापार प्रकोष्ठ अमित शर्मा, राष्ट्रीय अनुशासन समिति के सुरेश जायसवाल, अजय रानावत, पंडित जीतू परिहार, महेश शारदा,सुरेश चौहान, बद्री भाई बोरासी, अनु भाई एवं वासुदेव राठौर ने पत्रकार वार्ता में दी।उनका कहना है कि बजरंग सेना का कभी भी कांग्रेस में विलय नहीं हो सकता क्योंकि कांग्रेस की विचारधारा और बजरंग सेना की विचारधाराओं में जमीन – आसमान का फर्क है। बजरंग सेना कभी भी कांग्रेस के साथ नहीं जाएगी।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर के खिलाफ टिप्पणी करने वाले कांग्रेसियों पर करेंगे एफआईआर।
बजरंग सेना के पदाधिकारियों ने बताया कि बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के विरोध में जो शब्द कांग्रेस द्वारा कहे गए, उसके लिए संबंधित कांग्रेसियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवाई जाएगी।
बजरंग सेना के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि जैसे-जैसे चुनाव पास आ रहे हैं, कांग्रेस हर किसी को लालायित कर रही है, लेकिन हम राष्ट्रीय विचारधारा के साथ हैं और किसी भी हालत में कांग्रेस का साथ नहीं देंगे। काग्रेस की रीति नीति से बजरंग सेना का कोई लेना देना नहीं है। हम राष्ट्रवादी हैं और हिंदुत्व के लिए लड़ते रहेंगे। देश की एकता और अखंडता पर आंच नहीं आने देंगे।