8 लाख की शासन स्तर से मदद का भी दिया भरोसा।
इंदौर : महू रेंज की मलेंडी बीट में बाघ के हमले में 60 वर्षीय बुजुर्ग सुंदरलाल की मौत ने वन विभाग की लापरवाही को उजागर कर दिया है। बीते कई दिनों से बाघ और एक तेंदुए का मूवमेंट क्षेत्र में हो रहा है पर वन विभाग उन्हें पकड़ने में असफल रहा। आखिर वही हुआ, जिसकी आशंका जताई जा रही थी। बाघ ने बकरी चराने गए एक बुजुर्ग का शिकार कर दिया। इस घटना के बाद जागा वन विभाग अब लीपापोती में जुट गया है।इंदौर वन मंडल के डीएफओ नरेंद्र पंडवा ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दी और तात्कालिक सहायता राशि रु. 25 हजार रुपए उन्हें प्रदान की। शासन द्वारा जनहानि होने पर निर्धारित 8 लाख रुपए की राशि भी अगले 48 घंटे में पीड़ित परिवार को प्रदान करने का आश्वासन दिया गया है।
डीएफओ के निर्देश पर रालामंडल की रेस्क्यू टीम और महू रेंज का अब सतत निगरानी व सर्चिंग में लगा है। भोपाल स्थित राज्य स्तरीय रेस्क्यू दल से भी मदद मांगी गई है।
ग्रामीणों से अपील की गई है कि वन क्षेत्र में ना जाएं और रात्रि के समय अकेले घर से ना निकले।
वन विभाग ने हेल्पलाइन नंबर 9424792400 जारी कर बाघ की मूवमेंट को लेकर ग्रामीणों को तत्काल सूचना देने को भी कहा है।