इंदौर : सूत्रधार के रूप में लव कुश द्वारा रामायण प्रसंग की शुरुआत रविवार को दशहरा मैदान पर चल रहे नौ दिवसीय ‘सबके राम जन्म उत्सव’ मेले में की गई । नन्हीं बालिकाओं ने लव कुश के रूप में जब रामायण प्रसंग की कथा प्रारंभ की तो जनता ने हर्षोल्लास व तालियों से उनका स्वागत किया। संपूर्ण रामायण प्रसंग में कुल 37 कलाकारों ने दयमंती भाटिया के निर्देशन में कत्थक के माध्यम से यह प्रस्तुति दी। राजा राम अवध के “गीत से प्रारंभ हुई रामायण प्रसंग की गाथा मे प्रथम दृश्य में धनुर्विद्या सीखने वन को जाते हुए राम लक्ष्मण और आने के पश्चात श्री राम को राज्य सौपने की तैयारियों का दृश्य प्रस्तुत किया गया। उसके बाद केकई द्वारा श्री राम को राज्य सौंपने का विरोध करते दिखाया गया इसे “अवध उजाड़ दिनों” गीत के माध्यम से प्रस्तुत किया गया ।राम के वन जाने के बाद भरत मिलाप का प्रसंग “चलो चले श्रीराम जहां” गीत के माध्यम से बड़ा मार्मिक एवं भावपूर्ण बन पड़ा था, वहीं सीता स्वयंवर का दृश्य कत्थक के माध्यम से अद्भुत बना। सीता हरण, हनुमान प्रसंग, जटायू मोक्ष प्रसंग का वर्णन “राम राम पुकारू श्रीराम” के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। लंका दहन ,सेतु बंधन, रावण वध, राम राज्याभिषेक, सीता की अग्नि परीक्षा के सभी दृश्यों का मंचन 9 वर्ष से लेकर 39 वर्ष की महिला नृत्यांगना द्वारा पेश किया गया।
सबके राम राम जन्मोत्सव समिति के महेंद्र सिंह चौहान व प्रवीणा अग्निहोत्री ने बताया कि प्रातः भगवान श्रीराम के चल विग्रह का अभिषेक व हवन पूजन किया गया ,सायंकाल 4:00 बजे से उत्सव मेला प्रारंभ हुआ ।6:30 बजे राम स्तुति व आरती की गई। आरती में अतिथि के रूप में अमित जैन शामिल हुए। राम मंदिर की प्रतिकृति में विराजित राम दरबार के दर्शन करने की लालसा लिए बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी जनता दशहरा मैदान पहुंची। उत्सव मेले में जनता ने मनोरंजन के रूप में लगे झूलों का भी आनंद लिया साथ ही मालवी एवं देशभर के व्यंजनों का भी लुत्फ उठाया।
दिनांक 4 अप्रैल 2022 को रात 8:00 बजे से शर्मा बंधुओं द्वारा शक्ति धारा का आयोजन होगा। शाम 4:00 बजे से उत्सव मेला प्रारंभ होगा।