मृतकों के परिजनो से मिलकर ढांढस बंधाया तथा शोक संवेदना व्यक्त की।
घटना स्थल पहुँचकर हालात का जायजा लिया।
इंदौर : मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान शुक्रवार को अल्प प्रवास पर इंदौर पहुँचे। उन्होने अस्पताल पहुँचकर बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर स्थित बावड़ी में हुए हादसे में घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। मृतकों के परिजनों से मिलकर उन्हे ढांढस बंधाया और शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होने घटना स्थल पहुँचकर स्थिति का मुआयना किया और समूचे घटनाक्रम की जानकारी ली।
इस दौरान इंदौर जिले के प्रभारी तथा गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ और आकाश विजयवर्गीय, पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता, इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी राकेश गुप्ता, पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर, कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी, नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल भी उनके साथ थे।
मुख्यमंत्री चौहान इंदौर आते ही सबसे पहले एप्पल हॉस्पिटल पहुँचे। यहां उन्होंने हादसे में घायल भर्ती मरीजों से चर्चा की। उन्होने घटना और उन्हे उपलब्ध कराई जा रहे उपचार व स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों को निर्देशित किया कि घायलों के इलाज में किसी भी तरह की कसर नही रखी जाए। मुख्यमंत्री ने घायलो के परिजनों को सांत्वना दी और विश्वास दिलाया कि घायलो का अच्छे से अच्छा इलाज किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान इसके बाद स्नेह नगर क्षेत्र में बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर स्थित घटनास्थल पहुँचे। उन्होंने यहां चल रहे बचाव कार्य को देखा और अधिकारियों से चर्चा कर बचाव कार्य की जानकारी ली।
इसके बाद मुख्यमंत्री चौहान कच्छ पाटीदार धर्मशाला पहुँचे। यहां उन्होंने मृतकों के परिजनों से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने मृतकों के प्रति शोक व्यक्त किया और परिजनो को ढांढस बंधाया। उन्होने कहा कि दुख की इस घड़ी में राज्य शासन पूरी तरह से उनके साथ है।
दोषियों के विरूद्ध होगी कार्रवाई।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। मैं घटना के तुरंत बाद से ही लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग करता रहा। घटना की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। मजिस्ट्रियल जांच होगी, इसमें जिम्मेदारी तय की जाएगी। पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है। जांच के आधार पर जो भी दोषी होंगे उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होने कहा कि अभी हमारी प्राथमिकता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा किया जाए। सरकार द्वारा घायलों का नि:शुल्क उपचार कराया जा रहा है। पीड़ित परिवारों की सहायता में किसी भी तरह की कसर नही रखी जाएगी।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि निर्देश जारी किए गए है कि पूरे प्रदेश में जहां भी कुंए-बावड़ी ढंके गए है, उनकी जांच कर ली जाए, जिससे की इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो। यह फैसला किया गया है कि कोई बोरवेल खुला मिला और निजी है तो संबंधित जमीन मालिक पर तथा शासकीय है तो संबंधित विभाग के संबंधित अधिकारी-कर्मचारी के विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
पीड़ा हरने का प्रयास करें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समूची घटना से अत्यंत व्यथित नज़र आए। एयरपोर्ट पर इंदौर के जन प्रतिनिधियों से उन्होंने कहा कि यह दारुण दुख: का समय है। शासन-प्रशासन ऐसी दुखद घड़ी में पीड़ित परिवारों के साथ हैं। दुखी परिजनों की पीड़ा हरने के लिए सभी जनप्रतिनिधि प्रयास करें।