भीम कॉलोनी में लोगों ने पटेल को भेंट किए तीर – कमान।
समस्या से मुक्ति की राह सत्यनारायण पटेल ही खोजेंगे।
इंदौर : विधानसभा क्षेत्र क्रमांक पांच के कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल जब भीम कॉलोनी में जनसंपर्क करने के लिए पहुंचे तो वहां नागरिकों ने उन्हें तीर कमान भेंट किए । नागरिकों ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं के समाधान का रास्ता सत्यनारायण पटेल ही खोज सकते हैं ।
सतनारायण पटेल ने मंगलवार को अपने चुनाव जनसंपर्क की शुरुआत न्यू इंदिरा एकता नगर से की। उन्होंने हनुमानजी की पूजा अर्चना की और जनसंपर्क शुरू किया । यहां से सत्यनारायण पटेल शांति नगर, मयूर नगर, अमन नगर, पंचशील नगर, न्यू पंचशील नगर, भील कॉलोनी, तुलसी नगर, अहिल्या कॉलोनी में पहुंचे और जनसंपर्क किया । हरि ओम पन्ना नगर स्थित हनुमान मंदिर में भी पटेल ने पूजा अर्चना की। मुसाखेड़ी स्थित भीम कॉलोनी में पटेल का जोरदार स्वागत हुआ । यहां मतदाताओं ने उन्हें तीर कमान भेंट किया । इसी दौरान एक अन्य स्थान पर महिलाओं ने उनकी आरती उतारी और विजयश्री का आशीर्वाद दिया । पटेल के साथ जनसंपर्क में वार्ड 54 के वार्ड अध्यक्ष सुनील डामोर, दिलीप बामनिया, दौलत सिंह, पंकज, ताराचंद, विनोद, रमेश गायकवाड़, राजू डांगी, रमेश बघेल, धवन यादव प्रमुख रूप से शामिल थे।
संपत्ति कर की दर वृद्धि कर लोगों पर किया बड़ा हमला : पटेल
विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 के कांग्रेस प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल ने कहा कि भाजपा ने अवैध कॉलोनी को वैध करने की केवल बात की इस दिशा में काम नहीं किया।
उन्होंने विधानसभा क्षेत्र के मुख्य कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा के दौरान अपने संबोधन में कहा कि भाजपा की रुचि अवैध कॉलोनी को वैध करने में नहीं है बल्कि वैध करने की घोषणा करते हुए लोगों को झूठी दिलासा देने और उनका वोट लेने में है । भाजपा की प्रदेश की सरकार द्वारा कई बार अवैध कॉलोनी को वैध करने की नीति का सरलीकरण करने का ऐलान किया गया लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला । अभी भी इंदौर की कई अवैध कॉलोनियां वैध नहीं की गई हैं। कभी नजूल की एनओसी का बहाना बनाया जाता है तो कभी इंदौर विकास प्राधिकरण की एनओसी का बहाना बनाया जाता है । सरकार तो यह बहाना ऐसे बनाती है जैसे की नजूल विभाग और इंदौर विकास प्राधिकरण सरकार के अंतर्गत नहीं आते।
पटेल ने कहा कि इस क्षेत्र के विधायक की लापरवाही के कारण इंदौर नगर निगम द्वारा विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 5 के विभिन्न क्षेत्रों और कॉलोनियों में संपत्ति कर की दर वृद्धि कर दी गई। अफसोस इस बात का है कि उन क्षेत्रों के पार्षद और इस क्षेत्र के विधायक ने नागरिकों के साथ हो रही ज्यादती का विरोध तक नहीं किया। भाजपा की ही निगम परिषद द्वारा नागरिकों से मनमाने टैक्स की वसूली की जा रही है । अब तो ऐसा लगने लगा है कि जैसे लोग निगम का टैक्स चुकाने के लिए ही नौकरी व काम धंधा कर रहे हैं।