भोपाल : कुछ ही दिनों के भीतर बीजेपी के तीन बड़े नेता गंभीर रूप से बीमार होने के कारण चल बसे। पर अपने बयानों को लेकर अक्सर विवादों में रहने वाली भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा का के विचार इस मामले में अलग हैं। हाल ही में बीजेपी के एक से अधिक नेताओं के अवसान का जिम्मेदार साध्वी प्रज्ञा विपक्ष को मानती है। उनका कहना है कि विपक्ष बीजेपी पर मारक शक्ति का इस्तेमाल कर रहा है, इसी के चलते पार्टी के बड़े नेता असमय ही जिंदगी से रुखसत हो गए। साध्वी प्रज्ञा के इस बयान पर सियासी घमासान मच गया है। कांग्रेस ने साध्वी प्रज्ञा को मानसिक इलाज कराने की नसीहत दी है।
शोक सभा में लगाया यह आरोप।
वरिष्ठ नेता अरुण जेटली और बाबूलाल गौर के निधन पर बीजेपी ने शोक सभा रखी थी। उसी में साध्वी प्रज्ञा ने विपक्ष पर यह अजीबोगरीब आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब वो लोकसभा चुनाव लड़ रही थीं उस दौरान एक साधु- महात्मा मिले थे। उन्होंने कहा था कि बहुत बुरा समय चल रहा है। आप अपनी साधना का समय कम मत करना। विपक्ष ( कांग्रेस व अन्य दल ) बीजेपी पर मारक शक्ति का प्रयोग कर उसे नुकसान पहुंचा सकता है। आप निशाने पर हैं। ध्यान रखिएगा। उससमय तो उस साधु महाराज की बातों को वे भूल गई थी पर जिसतरह बीजेपी के बड़े नेता असमय ही चले गए उससे लगता है कि कहीं वो साधु महाराज सही तो नहीं कह रहे थे..!
कांग्रेस ने किया पलटवार।
साध्वी प्रज्ञा के बयान (आरोप) पर पलटवार करने में कांग्रेस ने देर नहीं लगाई। उसके प्रवक्ता ने बयान को बेतुका बताते हुए साध्वी प्रज्ञा को अपना मानसिक इलाज कराने की नसीहत दे डाली। कांग्रेस प्रवक्ता ने ये भी कहा कि
साध्वी प्रज्ञा का बयान रूढ़िवादी और अंधविश्वास को बढ़ावा देनेवाला है।कांग्रेस पार्टी जल्द ही अंधविश्वास और रूढ़िवादिता के खिलाफ कानून बनाने की मांग करते हुए उसका प्रारूप केंद्रीय गृहमंत्री को भेजेगी।