इंदौर : महामृत्युंजय महासंस्थानम शैक्षणिक एवं पारमार्थिक न्यास के बैनर तले महेश्वर में ‘महामृत्युंजय रथयात्रा’ का आयोजन किया जा रहा है। रविवार 12 जनवरी को निकलने वाली रथयात्रा का यह 14 वा वर्ष है।
महामृत्युंजय न्यास के अध्यक्ष डॉ. मनस्वी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मकर संक्रांति के पूर्ववर्ती रविवार को यह आयोजन किया जाता है। रथयात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। वे भक्तिमय माहौल में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए चलेंगे। भगवान शिव के रथ को श्रद्धालु अपने हाथों से खींचते हुए नर्मदा तट पर ले जाते हैं।मार्ग में मंचों से पुष्पवर्षा कर रथयात्रा का स्वागत किया जाता है। वहां विश्वकल्याण, विश्वमंगल और प्रदूषण मुक्ति की मंगल कामना के साथ महामृत्युंजय शिव की की आरती करते हैं। वैदिक ऋचाओं के वाचन के साथ रथयात्रा का औपचारिक समापन होता है। प्रसाद लेकर श्रद्धालु अपने- अपने घरों को लौट जाते हैं।
महामृत्युंजय के जाप से रोगियों को होता है लाभ।
डॉ. मनस्वी ने बताया कि महामृत्युंजय मंत्र के जाप से विभिन्न बीमारियों से पीड़ित रोगियों को लाभ होता है। कई रोगियों में इसका असर देखा गया है। नासा ने भी अपने शोध में इस बात को माना है।